
लखनऊ. नवरात्र से त्योहारों का सीजन शुरू हो गया है। इसी महीने करवा चौथ, दीपावली, दशहरा और बारावफात भी है। मांगलिक कार्यक्रमों व शादियों का सीजन भी शुरू हो रहा है। लेकिन, महंगाई डायन की चौतरफा मार ने त्योहारों का जश्न फीका कर दिया है। गैस सिलेंडर, सब्जी, फल, दूध, आटा-दाल और तेल सब महंगा हो गया है। डीजल-पेट्रोल की कीमतों में भी आग लगी है। तेल के दाम बढ़ने से माल भाड़े की ढुलाई महंगी हो गई है, जिसके चलते रोजमर्रा की चीजें महंगी हो रही हैं। बुधवार को लखनऊ में पेट्रोल की कीमत 99.55 रुपये और डीजल की कीमत 91.33 रुपये प्रति लीटर रही।
बेहताशा बढ़ रहे सिलेंडर के दाम
लखनऊ में 14.2 किलोग्राम वाले रसोई गैस सिलेंडर का भाव 937 रुपये है। छह अक्टूबर को सिलेंडर पर 15 रुपये बढ़े जबकि बीते सितंबर और अगस्त महीने में 25-25 रुपये बढ़े थे। वहीं, एक अक्टूबर को दाम बढ़ने के बाद अब 19.2 किलोग्राम का कॉमर्शियल सिलेंडर 1839 रुपये का हो गया है। अब सिलेंडर पर कोई सब्सिडी नहीं मिल रही है।
60 रुपए किलो प्याज, 230 में सरसों का तेल
बीते महीने 10 रुपये किलो वाला आलू आज 30 रुपये में बिक रहा है। टमाटर 60 रुपये, प्याज 60 रुपये, परवल 120 रुपये और भिंडी 30 रुपये किलो मिल रही है। 150 में बिकने वाला सरसों का तेल का भाव 230 रुपये किलो बिक रहा है। सिंघाड़े का आटा 250 रुपये किलो, कुट्टू का आटा 150 रुपये किलो और साबुदाना 90 रुपये किलो हो गया है। सेंधा नमक 30 की जगह 50 रुपये प्रति किलो मिल रहा है।
फल, दूध, ड्राई फ्रूट्स भी महंगे
फलों के रेट भी आसमान छूने लगे हैं। सेब 200 रुपये किलो, अनार 160 रुपये किलो, अंगूर 300 रुपए किलो और केला 60 रुपये दर्जन मिल रहा है। एक लीटर दूध 60 रुपये में मिल रहा है। ड्राई फ्रूट्स के भी दाम बढ़े हैं। मखाना 1000 रुपये किलो, बादाम 1200 से 1500 रुपये किलो और छुहारा 350 रुपए किलो बिक रहा है।
Published on:
06 Oct 2021 05:51 pm
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