
Civil Services Aptitude Test
How to Become SDM in India: अच्छी शिक्षा और अपने देश व समाज के लिए कुछ करने की चाह ही आप को आगे बढ़ा सकती है। आज हम आपको ऐसे पद के बारे में बता रहे जो सबसे अलग और एक प्रभावशाली पोस्ट है। सब-डिविजनल मजिस्ट्रेट यानि SDM बनने के लिए आपको एक स्पेसिफिक प्रोसेस को फॉलो करना होगा। जिसके स्टेप्स नीचे बताए गए हैं।
स्टेप्स के बाद स्टेप्स दिए गए है, बिलकुल साफ़ शब्दों में
. Educational Qualification: किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त करें। एसडीएम बनने के लिए किसी स्पेशल फील्ड की पढ़ाई करने की कोई आवश्यकता नहीं है, लेकिन कानून या सार्वजनिक प्रशासन (Law or Public Administration) में डिग्री फायदेमंद हो सकती है।
. Civil Service Exam पास करें: एसडीएम का पद आमतौर पर भारत में संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) के माध्यम से आयोजित सिविल सेवा परीक्षा के माध्यम से भरा जाता है। यह परीक्षा हर साल आयोजित की जाती है, और इसके तीन चरण होते है। प्रीलिम्स परीक्षा, मेंस परीक्षा और पर्सनालिटी टेस्ट (इंटरव्यू) ।
. Prelims Exam: यह सिविल सेवा परीक्षा का पहला चरण है। इसमें दो ऑब्जेक्टिव प्रकार के पेपर शामिल है, जनरल स्टडीज (पेपर I) और सिविल सर्विसेज एप्टीट्यूड टेस्ट (पेपर II) इस चरण को पास करने पर ही आप मेंस परीक्षा के लिए आगे बढ़ सकते हैं।
. Mains Exam : मेंस परीक्षा सिविल सेवा परीक्षा का दूसरा चरण है और इसमें नौ पेपर होते हैं, जिसमें एक निबंध पेपर और दो ऑप्शनल सब्जेक्ट के पेपर शामिल होते हैं। इसके अतिरिक्त, जनरल स्टडीज के चार पेपर, एथिक्स, इंटीग्रिटी और एप्टीट्यूड पर एक पेपर और आपकी पसंद की भाषा पर दो पेपर होते हैं।
.Personality Test (Interview): जो लोग मेंस परीक्षा पास करते हैं, उन्हें पर्सनालिटी टेस्ट के लिए बुलाया जाता है, जिसे इंटरव्यू के रूप में भी जाना जाता है। यह चरण SDM की भूमिका सहित प्रशासनिक पदों के लिए उम्मीदवार की उपयुक्तता का मूल्यांकन करता है। यह पर्सनालिटी, कम्युनिकेशन स्किल, जनरल अवेयरनेस और निर्णय लेने की क्षमता जैसे विभिन्न पहलुओं का आकलन करता है।
. Allocation of Services: सिविल सेवा परीक्षा में आपके प्रदर्शन और आपके के माध्यम से प्रदान की गई प्राथमिकताओं के आधार पर, यूपीएससी एक सर्विस अलॉट करेगा। एसडीएम का पद भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के अंतर्गत आता है, जो देश की प्रतिष्ठित सेवाओं में से एक है।
.Training: आवंटन के बाद, उम्मीदवारों को मसूरी, उत्तराखंड में लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी, या सरकार के माध्यम से नामित किसी अन्य प्रशिक्षण अकादमी में ट्रेनिंग दी जाती है। यह ट्रेनिंग आपको प्रशासनिक जिम्मेदारियों के लिए तैयार करती है, और जरूरी स्किल्स और ज्ञान से सुसज्जित करती है।
. Appointment as SDM: ट्रेनिंग पूरी करने के बाद, आपको एक विशेष सब-डिविजन में असिस्टेंट कलेक्टर या एसडीएम के रूप में नियुक्त किया जाएगा। एसडीएम सब-डिविजन स्तर पर विभिन्न प्रशासनिक और कार्यकारी कार्यों के लिए जिम्मेदार है, जिसमें राजस्व प्रशासन, कानून और व्यवस्था, विकास कार्यक्रम और बहुत कुछ शामिल हैं।
. यह होती है सैलरी
एसडीएम की सैलरी 50000 से 100000 तक की होती है।
. पास करनी होगी ये परीक्षा
एसडीएम बनने के दो तरीके हैं एक होता है UPSC और दूसरा होता है PSC
Published on:
09 Jul 2023 08:31 am
बड़ी खबरें
View Allलखनऊ
उत्तर प्रदेश
ट्रेंडिंग
