लखनऊ. शहर भर में भारी संख्या में अवैध निर्माण खड़े हैं। जानकार मानते हैं कि इन सब पर कार्रवाई करना इसलिए संभव नहीं है क्योंकि इनमें काफी संख्या से लोग बरसों से रह रहे हैं। इसी के मद्देनजर जिन छोटे आवासीय भवनों में 20 फीसदी तक मानचित्र मानक विपरीत है, उनके लिए एलडीए अप्रैल तक स्वतः शमन स्कीम लाने की तैयारी में है।
सबसे खास बात यह होगी कि इसमें इंजीनियरों का हस्तक्षेप नहीं होगा। आवंटी सीधा शपथ पत्र के माध्यम से अपने अवैध निर्माण का ब्यौरा देगा। साथ ही उसका जुर्माना भरकर निर्माण को वैध घोषित करा सकेगा, लेकिन यदि इसमें किसी ने चालाकी करते हुए झूठा ब्यौरा दिया तो उसके खिलाफ एलडीए की ओर से एफआईआर कराई जाएगी।
बता दें कि यह बड़ी ग्रुप हाउसिंग और कॉमर्शियल कॉम्प्लेक्स पर इसे लागू नहीं किया जाएगा। 3 हजार वर्ग फीट तक के रिहायशी निर्माणों के मालिकों को सबसे ज्यादा इस समस्या का सामना करना पड़ता है। एक आवंटी ने बताया कि आए दिन एलडीए के नाम पर आवंटियों का शोषण होता है। हाल ही में कई मसले ऐसे भी आए, जहां एलडीए के क्षेत्र से बाहर के आवंटियों को भी इसका शिकार होना पड़ा। एलडीए की इस योजना से लाखों लोगों की समस्या दूर होगी और एलडीए की आय में भी बढ़ोत्तरी होगी।
एलडीए उपाध्यक्ष सतेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि उत्पीड़न का आरोप खत्म करने के स्वतः शमन योजना अप्रैल से शुरू की जाएगी। इसके लिए अधिकारियों को तैयारी करने के निर्देश दिए जा चुके है।