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Instagram Live Tragedy in Lucknow : इंस्टाग्राम लाइव पर आखिरी पल साझा कर युवती की दर्दनाक मौत

Suicide Case Instagram Live: लखनऊ के विभूति खंड में 25 वर्षीय युवती द्वारा इंस्टाग्राम लाइव के दौरान आत्महत्या किए जाने की दर्दनाक घटना ने शहर को स्तब्ध कर दिया। मेटा के सुरक्षा अलर्ट के बाद पुलिस कुछ ही मिनटों में मौके पर पहुँची, लेकिन तब तक युवती की जान नहीं बच सकी। मामला कई गंभीर सवाल खड़े करता है।

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लखनऊ

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Ritesh Singh

Dec 12, 2025

Instagram Live Tragedy in Lucknow

Instagram Live Tragedy in Lucknow

Instagram Live Tragedy in Lucknow: राजधानी लखनऊ के विभूति खंड थाना क्षेत्र में गुरुवार तड़के एक दर्दनाक और हैरान कर देने वाली घटना सामने आई, जिसने सोशल मीडिया, तकनीक और मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े कई गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। इंस्टाग्राम पर लाइव आकर 25 वर्षीय युवती ने आत्महत्या कर ली। लाइव प्रसारण के दौरान संदिग्ध गतिविधि दिखने पर इंस्टाग्राम की पैरेंट कंपनी मेटा ने तुरंत सुरक्षा अलर्ट जारी किया, जिसके आधार पर पुलिस महज़ आठ मिनट में मौके पर पहुँच गई। मगर पुलिस की यह तेज़ कार्रवाई भी युवती की जान नहीं बचा सकी।

सुबह 5:30 बजे सोशल मीडिया पर लाइव आई युवती

मृतक की पहचान जया पांडेय (25) के रूप में हुई है। जया मूल रूप से अंबेडकर नगर जिले के धनौरा की निवासी थीं। पिछले कुछ समय से वह लखनऊ के गोमतीनगर विस्तार क्षेत्र स्थित विशेष खंड के विजयीपुर गांव में किराए के कमरे में रहकर एक निजी कंपनी में नौकरी कर रही थीं। बताया जाता है कि वह अपने परिवार से दूर अकेले रह रही थीं और पिछले कुछ महीनों से मानसिक तनाव में थी। गुरुवार तड़के लगभग 5:30 बजे जया ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से लाइव शुरू किया। लाइव के दौरान उनकी गतिविधियां ऐसी थीं कि इंस्टाग्राम के सुरक्षा एल्गोरिदम ने इसे संभावित आत्मघाती व्यवहार के रूप में पहचाना। मेटा के ऑटोमेटिक सिस्टम ने तुरंत अलर्ट जनरेट करते हुए स्थानीय प्रशासन को सूचित किया।

मेटा का अलर्ट मिलते ही हरकत में आई पुलिस

अलर्ट मिलते ही विभूति खंड पुलिस तुरंत लोकेशन ट्रेस करने में जुट गई। पुलिस के मुताबिक, अलर्ट प्राप्त होने और मौके पर पहुँचने में उन्हें मात्र आठ मिनट लगे। यह समय किसी भी इमरजेंसी प्रतिक्रिया के लिए बेहद कम माना जाता है। मौके पर पहुँचने के बाद पुलिस ने पाया कि कमरा अंदर से बंद था। दरवाजा खटखटाने और आवाज देने पर भी कोई प्रतिक्रिया न मिलने पर पुलिस ने दरवाजा तोड़ने का निर्णय लिया। कुछ ही पलों में दरवाजा तोड़ा गया और अंदर जाकर जया को नीचे उतारकर अस्पताल पहुँचाया गया। लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

जांच में जुटी पुलिस-मेटा का अलर्ट कैसे हुआ सक्रिय

पुलिस इस पूरे मामले की कई अहम कोणों से जांच कर रही है।

1. मोबाइल और सोशल मीडिया गतिविधि

जया का मोबाइल फोन पुलिस ने जब्त कर लिया है। इसमें उनके कॉल रिकॉर्ड, चैट, सोशल मीडिया पोस्ट और लाइव से जुड़े डाटा की जांच की जा रही है। पुलिस यह भी देख रही है कि लाइव शुरू होने से पहले या दौरान किसी से उनकी बातचीत हुई थी या नहीं।

2. तनाव और व्यक्तिगत जीवन

प्राथमिक जानकारी के अनुसार, जया लंबे समय से तनाव में बताई जा रही थीं। पुलिस उनके करीबी दोस्तों, सहकर्मियों और परिवार के सदस्यों से बात कर यह समझने की कोशिश कर रही है कि आखिर वह किन कारणों से परेशान थीं।

3. मेटा का सुरक्षा तंत्र

मेटा का जो अलर्ट आया, वह कैसे सक्रिय हुआ, यह भी जांच का हिस्सा है। इंस्टाग्राम का AI-आधारित सुरक्षा सिस्टम आत्मघाती व्यवहार, हानिकारक सामग्री या असामान्य गतिविधि को पहचान कर तुरंत स्थानीय एजेंसियों को अलर्ट भेजने की क्षमता रखता है। इसी तकनीकी सुविधा के कारण पुलिस को घटना की जानकारी मिली। हालाँकि पुलिस का कहना है कि “सोशल मीडिया अलर्ट ने अभूतपूर्व तेजी से कार्रवाई सुनिश्चित की, लेकिन घटनास्थल पर पहुँचने में कुछ ही मिनट की देरी भी जीवन-मरण के बीच फर्क पैदा कर सकती है।

परिवार में मातम-माता-पिता सदमे में

जया के परिवार को जब यह समाचार मिला, तो उनके घर में कोहराम मच गया। परिजन सदमे में हैं और इस घटना पर विश्वास नहीं कर पा रहे। परिजनों ने बताया कि जया पढ़ाई में तेज थीं और नौकरी करने के बाद परिवार की आर्थिक मदद भी करती थीं। परिवार का कहना है कि उन्होंने कभी अंदाजा नहीं लगाया था कि जया इतना बड़ा कदम उठा सकती हैं। फिलहाल पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आने के बाद ही मृत्यु का कारण स्पष्ट हो सकेगा और आगे की कानूनी कार्रवाई तेज होगी।

सोशल मीडिया लाइव और मानसिक स्वास्थ्य पर गंभीर सवाल

यह घटना सिर्फ एक आत्महत्या मामला नहीं है, बल्कि सोशल मीडिया की बदलती दुनिया और मानसिक स्वास्थ्य के प्रति हमारी सतर्कता पर कई सवाल खड़े करती है।

1. क्या सोशल मीडिया मदद भी है और खतरा भी

जहां मेटा के अलर्ट ने पुलिस को सक्रिय कर दिया, वहीं यह भी सोचने वाली बात है कि युवती ने लाइव आकर इतना बड़ा कदम क्यों उठाया? विशेषज्ञों के अनुसार, कई बार तनावग्रस्त लोग अपनी भावनाएं व्यक्त करने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लेते हैं, लेकिन यह खतरनाक भी हो सकता है।

2. तकनीकी सिस्टम कितनी जान बचा सकता है

यह मामला दिखाता है कि तकनीकी अलर्ट मददगार हैं, लेकिन हमेशा पर्याप्त नहीं। मानवीय हस्तक्षेप, परिवार और समाज की जागरूकता भी उतनी ही जरूरी है।

3. मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देने की आवश्यकता

युवाओं में अकेलेपन, तनाव और दबाव के कारण बढ़ रही मानसिक समस्याएँ समाज के लिए बड़ा संकेत हैं। मनोवैज्ञानिक कहते हैं कि बातचीत, समर्थन और समय पर परामर्श कई जीवन बचा सकता है।