
10 महत्वपूर्ण धाराओं में परिवर्तन
इंडियन पीनल कोड में धारा 302 हत्या से संबंधित थीं। आपको बता दें कि भारतीय न्याय संहिता में हत्या की धारा अब 101 होगी। हालांकि हत्या के लिए सजा में कोई बदलाव नहीं होगा। न्याय संहिता में 302 स्नैचिंग की धारा होगी। कानून में यह नया प्रावधान जोड़ा गया है। सामूहिक हत्या के लिए धारा 101(2) होगी। पांच या अधिक लोग यदि नस्ल, जाति, समुदाय, सेक्स, भाषा, जन्मस्थान, निजी विश्वास या अन्य किसी भी आधार पर हत्या को अंजाम देते हैं, तो यह धारा लगेगी। इसमें न्यूनतम सजा 7 साल और अधिकतम सजा फांसी होगी।
नई IPC की धाराएं
1. हत्या के लिए सज़ा- धारा 101
2. आत्महत्या के लिए उकसाना- धारा 106
3. अपहरण- धारा 135
4.बलात्कार - धारा 63
5. सामूहिक बलात्कार- धारा 70
6. मानहानि- धारा 354
(महत्वपूर्ण)
7. धोखाधड़ी- धारा 316
8. दहेज हत्या- 799.
9. चोरी- धारा 301
10. छीनना- धारा 302
पुराने IPC में 302 धारा हत्या के लिए लगाया जाता है,नए में 302 छिनैती के लिए लगेगा।
नए IPC में ये बदल गया,जानिए इसके बारे में
. IPC की धारा-377 के मुताबिक, अगर कोई व्यक्ति अप्राकृतिक रूप से यौन संबंध बनाता है तो उसे उम्रकैद या जुर्माने के साथ दस साल तक की कैद हो सकती है।
. अब कोई सजा नहीं होगी. धारा 377 को हटा दिया गया है।
. यह बदलेगा-एक नया सेक्शन जोड़ा गया है धारा 69 .
. शादी का झूठा वादा कर यौन संबंध" बनाने वाले व्यक्ति को अधिकतम 10 वर्ष की सजा का प्रावधान।
. ये कृत्य ‘रेप’ की कैटेगरी में नहीं आएगा।
. धोखे से,लालच देकर, पहचान छिपाकर या महिला से शादी का झूठा वादा कर यौन संबंध बनाना रेप की कैटेगरी में नहीं आएगा।अधिकतम 10 साल की सजा का प्रावधान।
नोट : हम जल्द ही हाई कोर्ट के बड़े नामी वकील से इस बदलाव के विदविषय में बातचीत करेंगे। जिससे इसके फायदे समझ में आ सके। बने रहिए पत्रिका उत्तर प्रदेश के साथ।
Updated on:
13 Aug 2023 10:37 am
Published on:
13 Aug 2023 09:14 am
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