
उत्तर प्रदेश कबीर पार लगायेंगे बीजेपी की नैया, 28 जून को मगहर में होगा बड़ा कार्यक्रम
अनुराग मिश्रा
लखनऊ. यूपी में बीजेपी की बिगड़ी हालत से परेशान बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और पीएम मोदी के 2019 में विजय के सपने पर भारी चोट की है। विपक्षी दलों के एक के बाद एक मिलते हाथ ने बीजेपी नेताओं के माथे पर चिंता की गहरी लकीर खींच दी हैं। समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी के चक्रव्यूह को भेदने के लिए गहरी मंत्रणा हुई। बीजेपी के खलीलाबाद और वर्तमान के संत कबीर नगर के सांसद शरद त्रिपाठी ने पीएम को ऐसा परामर्श दिया, जिसके बाद से नरेंद्र मोदी और अमित शाह के चेहरे पर चमक आ गई।
दरअसल राम मंदिर के सवाल पर चारों तरफ से घिरी बीजेपी को तलाश थी किसी ऐसे अवतारी महापुरुष की थी जिसकी पैठ ओबीसी, दलित सहित हिंदुओं के एक बड़े वर्ग में हो। गौरतलब है कि ओबीसी और अन्य पिछड़ी जातियां प्रदेश की लगभग 60 फीसदी लोकसभा सीटों पर निर्णायक भूमिका में रहती हैं। भारतीय जनता पार्टी को वो महापुरुष संत कबीर के रूप में मिल गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीजेपी सांसद त्रिपाठी की कबीर पर लिखी पुस्तक की प्रस्तावना लिखी और शरद त्रिपाठी को ज़िम्मेदारी दी गई कि कबीर की निर्वाण स्थली मगहर में 28 जून को एक विशाल कार्यक्रम में रखा जाए। इस कार्यक्रम में देशभर से बड़े पैमाने पर कबीरपंथियों को लाने के लिए मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र समेत 4 राज्यों से 5 ट्रेन चलाने का प्रस्ताव है। इसके अलावा संत कबीर के नाम पर कई महत्वाकांक्षी योजनाओं के लिए केंद्र की तरफ से बड़ी सौगात की भी तैयारी है।
स्टैंड अप इंडिया, स्किल इंडिया और कबीर
कबीर के निर्गुण 'तू कहता कागज की लेखी, मैं कहता आंखों की देखी' को पीएम मोदी के जीवन से जोड़ कर दिखाने की योजना बन रही है। पीएम मोदी की महत्वाकांक्षी योजना स्टैंड अप इंडिया, स्किल इंडिया को कबीर के विचार से जोड़ कर लोगों तक पहुंचाने की बात भी तय हुई है। पीएम मोदी जून के आखिरी हफ्ते में कबीर नगर में आयोजित कार्यक्रम में इस बात का जिक्र करेंगे कि कैसे स्टैंड अप इंडिया और स्किल इंडिया की अवधारणा कबीर ने जी ने मध्यकालीन भारत में लोगों तक पहुंचाई, कैसे वो लोगों से कपास की खेती करवाते, हथकरघा को बढ़ावा देते और उससे तैयार कपड़ों को कंधे पर ले जाकर गांव गांव बेचते साथ ही सामाजिक समरसता का उपदेश देते थे। 'पाथर पूजे हरि मिले तो मैं पूजूं पहाड़' और 'कांकर पाथर जोड़ कर मस्जिद दियो बनाय, तापर मुल्ला बांग दे क्या बहरो हुवो खुदाय' जैसे कबीर के दोहों के ज़रिए भी पीएम मोदी हिंदू और खासकर मुसलमानों को ये जताने की कोशिश करेंगे कि कैसे उन्होंने भी कबीर साहब के मार्ग पर चलते हुए दोनों संप्रदायों की कुरितियों को खत्म करने की कोशिश की है।
पीएम मोदी की रैली सफल बनाने की तैयारी
नरेंद्र मोदी की यूपी के कबीर नगर में आय़ोजित रैली को सफल बनाने के लिए सांसद शरद त्रिपाठी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, बस्ती सांसद हरीश, घोसी सांसद राजभर को ज़िम्मेदारी दी गई है। योगी आदित्यनाथ अबतक 5 बार रैली स्थल का निरीक्षण करने जा चुके हैं, सूबे के सभी मंत्रियों और विधायकों को बड़ी संख्या में लोगों को जुटाने की ज़िम्मेदारी दी गई है। ऐसा माना जा रहा है कि मोदी की इस रैली के ज़रिए बीजेपी न सिर्फ यूपी के ओबीसी, मुस्लिम वोटों पर निगाह लगा रही है, बल्कि मध्य प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, राजस्थान के कबीरपंथी ओबीसी वोटरों को साधने की भी तैयारी में है।
Updated on:
16 Jun 2018 02:02 pm
Published on:
16 Jun 2018 11:53 am
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