
उन्नाव गैंगरेप पीड़ित को लेकर केजीएमयू से आई बड़ी खबर, मेडिकल बुलेटिन से बढ़ी परिवार की मुश्किलें, मामला पल्टा
लखनऊ. उन्नाव गैंगरेप (Unnao Gangrape) मामले में रेप पीड़िता की हालत पर केजीएमयू (KGMU) ने मेडिकल बुलेटिन (Medical Bulletin) जारी किया है। केजीएमयू की प्रवक्ता डॉ संदीप तिवारी ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि पीड़िता की हालत में कोई सुधार नहीं है। अभी भी वह आईसीयू (ICU) में भर्ती है और वेंटिलेटर पर है। बता देंं कि मौत उन्नाव रेप पीड़िता का लखनऊ के केजीएमयू में इलाज चल रहा है। पीड़िता को लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया है, जहां डॉक्टरों के मुताबिक उसकी हालत गंभीर है। पीड़िता के परिवार ने रायबरेली जेल में बंद चाचा को पैरोल पर रिहा करने की मांग की। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने रेप पीड़िता के चाचा को एक दिन की शॉर्ट टर्म बेल दी है।
सभी मुकदमे वापस लेने की मांग
रविवार को हाईवे पर उन्नाव रेप पीड़िता की कार को ट्रक ने टक्कर मारी। कार में उसके साथ उसकी मौसी और चाची भी सवार थे जिनकी मौके पर ही मौत हो गई। पीड़िता के परिवार ने मंगलवार सुबह केजीएमयू के बाहर प्रदर्शन कर चाचा को पैरोल पर रिहा करने की मांग की। उनकी मांग थी कि जब तक चाचा को रिहा नहीं किया जाएगा तब तक दाह संस्कार नहीं होगा। साथ ही उन्होंने चाचा पर सभी मुकदमे वापस लेने की भी मांग की। मामले की गंभीरता को आंकते हुए हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने पीड़िता के चाचा को एक दिन की बेल दी है। पीड़िता के चाचा पर हत्या के तीन केस दर्ज हैं।
जेल भेजने की मिल रही थी धमकी
उन्नाव रेप पीड़िता (Unnao Rape Victim) के एक्सीडेंट मामले में नया मोड़ आ गया है। ई-मेल में रेप पीड़िता की मां का एक पत्र सामने आया है, जिसमें सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के चीफ जस्टिस समेत तमाम अधिकारियों से आरोपी विधायक और उनके गुर्गों द्वारा दी जा रही धमकी का जिक्र किया गया है। गत 12 जुलाई को लिखे इस पत्र में पीड़िता और उसके परिजनों ने आरोपियों द्वारा सुलह न करने पर जेल भिजवाने की धमकी का जिक्र किया है। पीड़िता की मां की तरफ से लिखे गए इस पत्र में लिखा है कि 7 जुलाई 2019 को आरोपी शशि सिंह के पुत्र नवीन सिंह, विधायक कुलदीप सिंह सेंगर (MLA Kuldeep Singh Sengar) के भाई मनोज सिंह सेंगर, कुन्नू मिश्रा और दो अज्ञात व्यक्ति द्वारा घर आकर धमकी दी गई। पत्र में सुलह न करने की स्थिति में फर्जी मुकदमे में फंसाकर सभी को जेल भेजने की धमकी दी गई। पत्र में पीड़ित परिवार ने मामले में एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई का भी निवेदन किया गया है। पीड़ित परिवार की तरफ से यह पत्र सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के चीफ जस्टिस, इलाहाबाद हाईकोर्ट (Allahabad Highcourt) के चीफ जस्टिस, प्रमुख सचिव (गृह), पुलिस महानिदेशक, पुलिस महानिरीक्षक, लखनऊ में सीबीआई के प्रमुख और पुलिस अधीक्षक (उन्नाव) को यह पत्र भेजा गया है।
Updated on:
30 Jul 2019 02:26 pm
Published on:
30 Jul 2019 02:19 pm
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