शव के पास से मिले इंजेक्शन डॉ अमित नायक की की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गयी है। जिसको लेकर नेशनल मेडिकल कमीशन की टीम ने विजिट की और कहा कि सक्रिय रहने वाले डॉ का शव घर पर मिला। अमित नायक इंदिरा नगर स्थित मुंशी पुलिया के पास किराये के मकान में रहते थे। उनके शव के पास कई इंजेक्शन भी पड़े मिले हैं। मौत का कारण आत्महत्या बताया जा रहा है, हालांकि इसकी पूरी जानकारी पोस्टमार्टम के बाद होने की संभावना है।
अमित नायक एनेस्थीसिया से एमडी की पढ़ाई कर रहे थे डॉ अमित नायक संस्थान से एनेस्थीसिया में एमडी कर रहे थे, तथा जूनियर रेजिडेंट के रूप में कार्यरत थे। मौत का पता तब चला जब, गुरुवार को डॉ अमित अपनी इमरजेंसी ड्यूटी करने नहीं पहुंचे थे । साथी डॉक्टर उन्हें देखने के लिए उनके घर पहुंचे। शव के पास कई इंजेक्शन पड़े थे।पुलिस को सूचना दी गयी। पुलिस मौत के कारणों की तलाश कर रही है।
डॉ अमित नायक पर संस्थान ने जारी की सूचना डॉ अमित नायक की मौत पर दुख जताते हुए बताया गया है कि संस्थान में कार्यरत डॉ अमित नायक उम्र 28 वर्ष, पुत्र हेम चंद्र नायक निवासी-दिल्ली, संस्थान के एनेस्थीसिया विभाग में एमडी पाठ्यक्रम में अध्ययनरत जूनियर रेजिडेंट थे। उनके माध्यम से 12 जनवरी को संस्थान में चल रहे, नेशनल मेडिकल कमीशन निरीक्षण के दौरान सक्रिय योगदान किया गया।
संस्थान ने कहा कि 12 जनवरी को डॉ अमित की इमरजेंसी ड्यूटी थी, ड्यूटी पर उपस्थित न होने की दशा में विभाग ने शाम 6.30 बजे फोन किया लेकिन फोन रिसीव नहीं हुआ। जबकि हमेशा एक्टिव अमित का वापस फोन नहीं आया तो कुछ गलत होने की आशंका से विभाग के कुछ रेजिडेंट डॉक्टर डॉ नायक के घर पहुंचे जहां पर उन्हें मृत पाया गया। पुलिस को तुरंत खबर दे दी गई थी। पुलिस ने डॉ अमित नायक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। सूत्रों से प्राप्त सूचना के अनुसार डॉ अमित नायक शांत स्वभाव के एवं कम बोलने वाले व्यक्ति थे।