
सिंदूर-बिंदी नहीं, बाइबिल और पैसों का जाल!
Malkhan dharmantar gang exposed in Lucknow: लखनऊ के निगोहां थाना क्षेत्र के बख्तौरीखेड़ा गांव में लालच और धर्म प्रचार के जरिए हिंदुओं का ईसाई धर्म में परिवर्तन करवाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। पुलिस ने गिरोह के सरगना मलखान को उसके घर से गिरफ्तार किया है। दो साल से चल रहे इस गिरोह ने गरीब और अनुसूचित जाति के लोगों को अपना निशाना बनाया और उन्हें धोखे से धर्मांतरण के जाल में फंसाया।
मलखान अपने खेत में बने हॉल में हर बृहस्पतिवार और रविवार को चंगाई सभा आयोजित करता था। यहां वह ग्रामीणों को प्रार्थना सभा में बुलाकर बाइबिल पढ़ाता और पैसों के लालच में धर्मांतरण करवाता। पुलिस ने इस हॉल को सील कर दिया है और इस गिरोह के अन्य साथियों की तलाश शुरू कर दी है।
डीसीपी साउथ निपुण अग्रवाल ने बताया कि कुछ दिनों से पुलिस को बख्तौरीखेड़ा गांव में धर्मांतरण की शिकायतें मिल रही थीं। पीजीआई क्षेत्र के आसरा एंक्लेव निवासी धर्मेंद्र की शिकायत के बाद मलखान को उसके घर से गिरफ्तार किया गया। उसके पास से दो बाइबिल और प्रचार-प्रसार की सामग्री बरामद हुई। इस गिरफ्तारी पर पुलिस टीम को 25 हजार रुपये का इनाम भी दिया गया।
पुलिस जांच में पता चला कि मलखान गिरोह ने अब तक 250 से अधिक हिंदुओं का धर्मांतरण कराया। गरीब और अनुसूचित जाति के लोगों की बीमारी को ठीक करने का बहाना बनाकर सभा में बुलाया जाता और पवित्र जल छिड़ककर धर्मांतरण करवा लिया जाता था। यह मामला पूरे लखनऊ में चर्चा का विषय बन गया।
मिशन शक्ति अभियान के दौरान पुलिस ने निगोहां के बख्तौरीखेड़ा और आसपास के गांवों में चौपाल लगाई। चौपाल में शामिल बड़ी संख्या में ग्रामीण महिलाएं धर्मांतरण के प्रभाव में सिंदूर, बिंदी और बिछुवा नहीं पहन रही थीं। इस दृश्य ने चौपाल में मौजूद एसीपी रजनीश वर्मा और अन्य पुलिस अधिकारियों को भी चौका दिया और मामले की गंभीरता को उजागर किया।
Published on:
29 Sept 2025 04:37 pm
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