
लखनऊ में ट्रैफिक अनुशासन के नए अध्याय की शुरुआत – LMC का सख्त नो-पार्किंग नियम लागू, बिल्लियों का भी बनेगा लाइसेंस (फोटो सोर्स : Social Media / Whatsapp)
Cat License LMC strict: लखनऊ की सड़कों पर जल्द ही ट्रैफिक अनुशासन के नए रंग देखने को मिलेंगे। लखनऊ नगर निगम ( LMC ) इस महीने के अंत से प्रतिबंधित पार्किंग जोन पर सख्ती से कार्रवाई शुरू करने जा रहा है। अब जहां-तहां गाड़ी खड़ी करने पर सिर्फ पुलिस का नहीं, बल्कि नगर निगम का डंडा भी चलेगा। खास बात यह है कि इस अभियान में क्रेन संचालन और जुर्माना वसूली का काम सीधे एक निजी एजेंसी कृष्णा ही एसोसिएट्स को सौंपा गया है।
नगर आयुक्त गौरव कुमार के मुताबिक, “सड़क पर अव्यवस्था रोकने के लिए यह जरूरी कदम है। नो-पार्किंग क्षेत्रों से गाड़ियां तुरंत हटाने के लिए क्रेन का इस्तेमाल होगा। इससे सड़कें खाली होंगी और ट्रैफिक जाम की समस्या घटेगी।” हालांकि, आपात स्थिति में 10-15 मिनट के लिए वाहन खड़ा करने पर मालिक को खुद उसे तुरंत हटाना होगा, ताकि क्रेन की कार्रवाई से बचा जा सके।
अब यह राशि सीधे नगर निगम और क्रेन संचालक के बीच बराबर बांटी जाएगी। पहले इस व्यवस्था में पुलिस को भी 20% हिस्सा मिलता था, लेकिन नई प्रणाली में पुलिस की हिस्सेदारी समाप्त कर दी गई है। नगर निगम का दावा है कि इससे पारदर्शिता बढ़ेगी और कार्रवाई तेज होगी।
एलएमसी की कार्यकारी समिति की हालिया बैठक में सिर्फ ट्रैफिक अनुशासन पर ही नहीं, बल्कि शहर के विकास, सौंदर्यीकरण और नागरिक सुविधाओं पर भी कई अहम प्रस्ताव पारित किए गए।
प्रत्येक जोन में औद्योगिक कार्यों के लिए 20 मजदूर नियुक्त करने हेतु सेवा प्रदाता का चयन किया जाएगा।
बैठक का एक रोचक निर्णय पालतू पशुओं से जुड़ा रहा। अब तक सिर्फ कुत्तों पर लाइसेंस अनिवार्यता थी, लेकिन अब बिल्लियों को भी इस दायरे में शामिल किया जाएगा। नगर निगम का कहना है कि इससे न सिर्फ आमदनी बढ़ेगी बल्कि सभी पालतू बिल्लियों का रेबीज टीकाकरण भी सुनिश्चित होगा। अधिकारियों के मुताबिक, यह फैसला विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के 2030 तक दुनिया को रेबीज-मुक्त बनाने के लक्ष्य के अनुरूप है। नगर निगम ने पालतू पशु मालिकों से अपील की है कि वे समय पर लाइसेंस बनवाएं और टीकाकरण प्रमाणपत्र उपलब्ध कराएं।
लखनऊ में आए दिन ट्रैफिक जाम और अव्यवस्थित पार्किंग की शिकायतें मिलती रही हैं। बाजारों, सरकारी दफ्तरों और प्रमुख चौराहों पर अवैध रूप से खड़ी गाड़ियां न केवल ट्रैफिक बाधित करती हैं, बल्कि हादसों की आशंका भी बढ़ाती हैं। नगर निगम की नई व्यवस्था से उम्मीद है कि सड़कें खुली रहेंगी और चालकों में नियम तोड़ने का डर बढ़ेगा।
मेयर सुषमा खरकवाल ने कहा, “शहरवासियों को अनुशासन का संदेश देने के लिए सख्ती जरूरी है। वहीं शुभांशु शुक्ला जैसे युवाओं को सम्मान देकर हम यह संदेश भी दे रहे हैं कि लखनऊ अपने योगदानकर्ताओं को कभी नहीं भूलता।”
Published on:
24 Aug 2025 02:12 pm
