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20 अक्टूबर से पश्चिमी यूपी में चलेंगी चीनी मिलें : सुरेश राणा

- पूरे प्रदेश में चीनी मिलों का पेराई सत्र नवम्बर माह से हर हाल में होगा शुरू - पिपराइच, बलरामपुर में गन्ने के रस से सीधे एथनाल बनाने की प्रक्रिया भी हेगी शुरू - गन्ने का समर्थन मूल्य बढ़ा, 350 रुपए प्रति कुंतल किया गया

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20 अक्टूबर से पश्चिमी यूपी में चलेंगी चीनी मिलें : सुरेश राणा

20 अक्टूबर से पश्चिमी यूपी में चलेंगी चीनी मिलें : सुरेश राणा

लखनऊ. उत्तर प्रदेश में 20 अक्टूबर से पश्चिमी उप्र में चीनी मिलों की शुरुआत होने जा रही है। और पूरे प्रदेश में चीनी मिलों का पेराई सत्र (sugar crushing season) नवम्बर माह से हर हाल में शुरू हो जाएगा। इसके साथ ही सरकार पिपराइच, बलरामपुर में गन्ने के रस से सीधे एथनाल (ethanol ) बनाने की प्रक्रिया भी शुरू करेगी। किसान सम्मेलन में यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ गन्ने का समर्थन मूल्य 350 रुपए प्रति कुंतल कर दिया गया है।

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गन्ना विकास मंत्री सुरेश राणा (Sugarcane Development Minister Suresh Rana) ने लोकभवन स्थित मीडिया सेंटर में कहाकि, यूपी सरकार चीनी मिलों का संचालन 20 अक्टूबर करने जा रही है, तैयारियां पूरी है। पूरी कोशिश है कि पेराई सत्र शुरू होने से पहले ही किसानों के गन्ना बकाया का शत प्रतिशत भुगतान कर दिया जाए।

नवंबर माह में प्रदेश भर की मिलें चल जाएंगी :- मंत्री सुरेश राणा ने कहाकि, पेराई सत्र 2021-2022 के लिए चीनी मिलों का संचालन पश्चिमी उप्र में तो बीस अक्टूबर से ही शुरू करने की पूरी तैयारी है। कोशिश यह है कि नवंबर माह में प्रदेश भर की मिलें चल जाएं। साथ ही यह भी कोशिश रहेगी कि पेराई सत्र शुरू होने से पहले किसानों को गन्ना बकाया चार हजार 900 करोड़ रुपए का शत प्रतिशत भुगतान कर दिया जाए।

चार साल में गन्ना किसानों को सबसे अधिक भुगतान :- गन्ना विकास मंत्री सुरेश राणा ने कहा कि, किसानों की आय बढ़ाने की दिशा में सरकार आगे बढ़ रही है। जब भाजपा वर्ष 2017 में सत्ता में आई थी तब किसानों का चीनी मिलों पर पिछले आठ साल तक का बकाया था जिसका भुगतान कराया गया। साथ ही किसानों को जितना भुगतान पिछली दोनों सरकारों के दस साल में हुआ था, उससे ज्यादा भुगतान योगी सरकार ने इन साढ़े चार साल में किया है। किसानों को एक लाख 44 हजार करोड़ रुपये का गन्ना मूल्य भुगतान कराया गया।

अगैती प्रजाति के गन्ने का क्षेत्रफल 97.92 प्रतिशत हुआ :- गन्ना विकास मंत्री सुरेश राणा ने कहा कि, वर्ष 2016-2017 में उप्र में अगैती प्रजाति के गन्ने का क्षेत्रफल 52.83 प्रतिशत था यह अब बढ़कर 97.92 प्रतिशत हो गया है। इस प्रजाति के गन्ने का रेट सबसे ज्यादा होता है। किसानों को इसका लाभ मिलेगा। अब सामान्य प्रजाति का गन्ना केवल 2.01 तथा अनुपयुक्त प्रजाति का गन्ना क्षेत्रफल मात्र .07 प्रतिशत ही रह गया है। आज उत्पादन, क्षेत्रफल, एथनॉल बनाने तथा भुगतान आदि सभी में उत्तर प्रदेश पूरे देश में पहले स्थान पर है।

वरुण गांधी का विचार :- वरुण गांधी के गन्ने का रेट 400 रुपए प्रति कुंतल करने की मांग पर मंत्री सुरेश राणा ने कहा कि, यह उनका अपना विचार हो सकता है। इस पर क्या कहा जाए?

नए सत्र की सट्टा नीति जारी :- इस मौके पर अपर मुख्य सचिव संजय आर. भूसरेड्डी ने कहाकि, सट्टा नीति जारी कर दी गई है और पर्ची सिस्टम भी दुरुस्त कर लिया गया है। मिल संचालन की पूरी तैयारी है।