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B.ED घोटाला: लखनऊ यूनिवर्सिटी पर लगे गंभीर आरोप, करोड़ों का हेरफेर होने की आशंका

बीएड परीक्षा से जुड़े इस घोटाले को पढ़कर आप भी चौक जाएंगे

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Prashant Srivastava

May 04, 2016

lucknow university lu

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लखनऊ.
साल 2015 में हुई संयुक्त प्रवेश परीक्षा बीएड में कॉलेजों के फायदे की खातिर लखनऊ यूनिवर्सिटी के जिम्मेदारों मानकों को दरकिनार कर सीट से ज्यादा दाखिले कर दिए। एक हिंदी दैनिक के मुताबिक नैशनल काउंसिल फॉर टीचर्स एजुकेशन के रेग्युलेशन को ताक पर रखते हुए चार सौ से ज्यादा कॉलेजों में तय से करीब आठ हजार ज्यादा एडमिशन दे दिए गए। इस लिस्ट में एलयू के ही 12 से अधिक कॉलेज शामिल हैं। स्थानीय निधि लेखा परीक्षा विभाग के ऑडिट में मामला पकड़े जाने के बाद अफसरों को जवाब नहीं सूझ रहा है। पूरे मामले में विभाग ने गंभीर आपत्तियां लगाते हुए जवाब मांगा है। इसके अलावा साल 2015 में हुई राज्यस्तरीय संयुक्त प्रवेश परीक्षा बीएड की काउंसलिंग में शामिल 7,563 कैंडिडेट्स के 3.78 करोड़ रुपये लखनऊ यूनिवर्सिटी ने दबा लिए। बीते साल हुई काउंसलिंग से पहले छात्रों से 5-5 हजार रुपये लिए गए थे जो अभी तक वापस नहीं किए गए।


शासन ने एनसीटीई रेग्युलेशन 2014 के तहत ही एडमिशन के निर्देश दिए थे। इसके अनुसार एक यूनिट को 100 से घटाकर 50 सीटें दी जानी थीं। इसके लिए शिक्षकों की संख्या और दूसरे मानकों को भी सख्त किया गया। लेकिन किसी कॉलेज ने इनका पालन नहीं किया। बावजूद इसके बिना जांच पुरानी सीटों पर ही एडमिशन दे दिए गए।


अधिकारियों के मुताबिक तय सीटों से अधिक दाखिले का आंकड़ा 8 हजार से ज्यादा का है। हालांकि, बीएड की परीक्षा कराने वाले जिम्मेदारों ने बार-बार कहने के बावजूद ऑडिट के लिए आंकड़े उपलब्ध नहीं करवाए। इस मामले में राज्य स्तरीय परीक्षा संचालन समिति के अध्यक्ष और यूनिवर्सिटी कुलपति प्रो. एसबी निमसे का कहना है कि एडमिशन यूनिवर्सिटी से मिली सीटों पर ही हुए।


मामले में आपत्तियों को देखा जा रहा है। जांच भी करवाई जाएगी, यदि किसी प्रकार की विसंगति है तो उसे दूर करेंगे। यूनिवर्सिटी से प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक ही अलॉटमेंट किया गया है।


- प्रो. एसबी निमसे, तत्कालीन अध्यक्ष केंद्रीय समन्वय समिति



ऑडिट में पकड़ा गया संयुक्त प्रवेश परीक्षा 2015 में हुआ खेल, एलयू से जवाब तलब


कॉलेज - तय सीट - एडमिशन


कॉलेज ऑफ इनोवेटिव मैनेजमेंट ऐंड साइंसेज- 50- 62


स्वतंत्र गर्ल्स डिग्री कॉलेज -50 -79


एकेजी कॉलेज, बीकेटी -50-92


आर्यावर्त इंस्टिट्यूट ऑफ हायर स्टडीज -50 -62


बलरामकृष्ण अकेडमी -50 -92


वासुदेव मेमोरियल गर्ल्स डिग्री कॉलेज -50 -76


राजेंद्र प्रसाद मेमोरियल डिग्री कॉलेज -50 -75


रजत गर्ल्स डिग्री कॉलेज, कमता -50 -66


एलयू ने हजारों बीएड कैंडिडेट्स के 3.78 करोड़ रुपये दबाए



साल 2015 में हुई राज्यस्तरीय संयुक्त प्रवेश परीक्षा बीएड की काउंसलिंग में शामिल 7,563 कैंडिडेट्स के 3.78 करोड़ रुपये लखनऊ यूनिवर्सिटी ने दबा लिए। ये सभी कैंडिडेट्स ऐसे हैं, जिन्हें कॉलेज का अलॉटमेंट नहीं हुआ या इन्होंने चॉइस लॉकिंग की प्रक्रिया में हिस्सा नहीं लिया था। नियमानुसार इन्हें कॉलेज फीस के रूप में एडवांस में लिए गए पांच हजार रुपये लौटाए जाने थे, लेकिन एलयू प्रशासन ने यह रकम नहीं दी। स्थानीय निधि लेखा परीक्षा विभाग की ओर से किए गए ऑडिट में यह मामला पकड़ा गया। एलयू के वित्त अधिकारी को बीते सप्ताह नोटिस जारी कर सात मई तब जवाब मांगा गया है।


शासन ने 2015 की संयुक्त प्रवेश परीक्षा बीएड का जिम्मा लखनऊ यूनिवर्सिटी को दिया था। यूनिवर्सिटी ने परीक्षा करवाए जाने के बाद 5 जून से 25 जून 2015 तक काउंसलिंग करवाई थी। काउंसलिंग में कुल 71,622 कैंडिडेट शामिल हुए थे। प्रदेश के विभिन्न केंद्रों पर करवाई गई काउंसलिंग के समय यूनिवर्सिटी प्रशासन की ओर से काउंसलिंग फीस के रूप में कैंडिडेट्स से 500 रुपये का डीडी जमा करवाया गया था। इसके साथ ही कॉलेज फीस के लिए एडवांस में 5,000 रुपये का डिमांड ड्रॉफ्ट भी लिया गया था। ये 5 हजार रुपये रिफंडेबल थे। काउंसलिंग में 2,832 कैंडिडेट्स ऐसे थे, जिन्होंने चॉइस फिल नहीं की थी। 4,857 कैंडिडेट्स को कॉलेज अलॉट नहीं हुआ था। इन सभी के 5 हजार रुपये यूनिवर्सिटी सालभर से दबाए बैठी है।


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