
High-Resolution Cameras and AI-Enabled Systems to Monitor Thousands of Devotees
महाकुंभ 2025 की सुरक्षा व्यवस्था को और भी सुदृढ़ करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने एक अभूतपूर्व पहल की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की दिशा-निर्देशों पर, महाकुंभ नगर में पहली बार हवा में टीथर्ड ड्रोन तैनात किए जा रहे हैं। इन ड्रोन का मुख्य उद्देश्य महाकुंभ के दौरान हर गतिविधि पर पैनी नजर रखना है, जिससे श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके और किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को रोकने में मदद मिल सके।
क्या है टीथर्ड ड्रोन और इसकी विशेषताएं?
टीथर्ड ड्रोन एक विशेष प्रकार का ड्रोन होता है, जिसे एक बड़े बलून के सहारे रस्सी से बांधकर ऊंचाई पर तैनात किया जाता है। यह ड्रोन पूरे महाकुंभ मेला क्षेत्र पर निगरानी रखता है और उच्च रिजॉल्यूशन कैमरे के माध्यम से हर गतिविधि को कैप्चर करता है। इन ड्रोन में सेंसर और वीडियो डेटा एकत्र करने की उच्च क्षमता है, जो सुरक्षा अधिकारियों को सटीक जानकारी देती है। ड्रोन की मदद से महाकुंभ नगर की हर छोटी-बड़ी गतिविधि को ट्रैक किया जा सकता है और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की पहचान की जा सकती है।
महाकुंभ नगर में हर गतिविधि पर नजर
महाकुंभ नगर की पुलिस के लिए ये ड्रोन एक तरह से तीसरी आंख का काम करेंगे। इन ड्रोन की मदद से महाकुंभ के संगम तट, घाटों, और मंदिरों जैसी प्रमुख जगहों पर सुरक्षा की जाएगी। इस उपकरण में हाई रिजॉल्यूशन कैमरे लगे हुए हैं, जो हर गतिविधि को कैप्चर करते हैं और अलर्ट भेजते हैं। महाकुंभ नगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी के अनुसार, यह ड्रोन सेकेंडों में अलर्ट मोड में आ जाता है और किसी भी संदिग्ध गतिविधि को पकड़ने में सक्षम है।
सुरक्षा की नई दिशा: 2750 सीसीटीवी कैमरे और एआई कैमरे
इस बार महाकुंभ के दौरान 2750 से अधिक सीसीटीवी कैमरों से सुरक्षा व्यवस्था की जाएगी, जिसमें आधे से ज्यादा एआई लाइसेंस युक्त कैमरे होंगे। यह कैमरे महाकुंभ नगर के हर कोने को कवर करेंगे और सुरक्षा अधिकारियों को लाइव वीडियो फीड प्रदान करेंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस बार महाकुंभ को अविस्मरणीय बनाने के लिए सुरक्षा व्यवस्था को हाईटेक बनाने का निर्देश दिया है।
सीसीटीवी और ड्रोन की मदद से सुरक्षा में सुधार
महाकुंभ नगर में सीसीटीवी कैमरों और टीथर्ड ड्रोन की मदद से सुरक्षा व्यवस्था में भारी सुधार होगा। इन उपकरणों की मदद से किसी भी प्रकार की संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत प्रतिक्रिया दी जा सकेगी। इसके अलावा, इन ड्रोन के माध्यम से मेला क्षेत्र में अत्यधिक भीड़-भाड़ वाले स्थानों की पहचान की जा सकेगी और वहां तुरंत पुलिस की तैनाती की जा सकेगी।
टीथर्ड ड्रोन की कार्यप्रणाली
टीथर्ड ड्रोन अत्यधिक लंबी दूरी तक देखने में सक्षम हैं। यह ड्रोन महाकुंभ नगर के ऊंचे टॉवर्स पर इंस्टॉल किए गए हैं और पूरे मेला क्षेत्र में निगरानी कर रहे हैं। इन ड्रोन की खासियत यह है कि इन्हें बार-बार उतारने की जरूरत नहीं पड़ती। यह पूरे मेला क्षेत्र पर लगातार निगरानी रखते हैं और किसी भी संदिग्ध गतिविधि को तुरंत कैप्चर कर सकते हैं।
सुरक्षा में तकनीकी पहल का अहम योगदान
महाकुंभ 2025 में लाखों श्रद्धालुओं के आने की संभावना है, और इस विशाल आयोजन की सुरक्षा के लिए सरकार ने आधुनिक तकनीकी साधनों का सहारा लिया है। टीथर्ड ड्रोन के अलावा, इस बार 2750 से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इनमें से कुछ कैमरे एआई युक्त हैं, जो संदिग्ध गतिविधियों की पहचान करने में मदद करेंगे। इसके अलावा, इन कैमरों से डेटा ट्रांसमिशन बेहद सुरक्षित होगा, जिससे किसी भी तरह की सुरक्षा चूक की संभावना कम हो जाएगी।
महाकुंभ 2025 की सुरक्षा: मुख्यमंत्री योगी की रणनीति
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ 2025 की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। उन्होंने इस बार के महाकुंभ को पूरी तरह से तकनीकी रूप से समृद्ध और सुरक्षित बनाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए हैं। योगी सरकार के अनुसार, इस महाकुंभ के दौरान लाखों श्रद्धालु आने की संभावना है, और सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था के लिए हर पुलिस अधिकारी को मुस्तैदी से काम करने का निर्देश दिया गया है।
महाकुंभ 2025 के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने के लिए योगी सरकार ने कई तकनीकी उपाय किए हैं। टीथर्ड ड्रोन के अलावा, सीसीटीवी कैमरे और अन्य हाई-टेक उपकरणों के जरिए श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी। यह कदम महाकुंभ को न केवल सुरक्षित बनाएगा, बल्कि इसे एक ऐतिहासिक और अविस्मरणीय आयोजन भी बना देगा।
Updated on:
17 Dec 2024 06:21 pm
Published on:
17 Dec 2024 05:00 pm
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