
मायावती की पार्टी बसपा कर्नाटक में खाता नहीं खोल सकी।
Mayawati Meeting on Karnataka Results: बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने कर्नाटक चुनाव के नतीजों पर समीक्षा बैठक की है। नतीजों पर बात करने के बाद मायावती ने इस पर जोर दिया कि किसी पार्टी की लहर में भी बीएसपी की स्थिति अच्छी बनी रहे। इस पर काम करना होगा। उन्होंने नेताओं से सभी राज्यों में पार्टी के जनाधार को बढ़ाने के लिए जुट जाने को कहा है।
मायावती ने कहा- कैडर को पार्टी के लिए जुटना होगा
मायावती ने खासतौर से 4 प्वाइंट कर्नाटक के नतीजों पर बात करते हुए उठाए हैं। उन्होंने पार्टी की कमियों को दूर करने के लिए कहते हुए कैडर से पार्टी का जनाधार बढ़ाने के लिए कहा है। दूसरा उन्होंने कहा कि हर राज्य में पार्टी की तैयारी ऐसी हो कि पक्ष-विपक्ष किसी की भी हवा हो, बसपा की स्थिति अच्छी बनी रहनी चाहिए।
पूर्व सीएम मायावती ने पार्टी नेताओं से कहा कि सत्ता में आने के लिए संघर्ष जारी रखना होगा। बीएसपी का सरकार आएगी तभी भीमराव अंबेडकर के कमजोर-शोषितों को उठाने के काम को तेजी से बढ़ाया जा सकेगा। मायावती ने इसके साथ ही कांग्रेस पर जातिवादी मानसिकता रखने का भी आरोप लगया है। उन्होंने कहा कि मुस्लिमों और दलितों को कांग्रेस से चौकस रहने की जरूरत है।
कर्नाटक में बसपा नहीं छोड़ पाई छाप
कर्नाटक की 224 सीटों में से कांग्रेस ने 136 सीटें जीतकर स्पष्ट बहुमत हासिल किया है। भाजपा को 64 और जेडीएस को 20 सीटें मिली हैं। इस चुनाव में बहुजन समाज पार्टी को महज 0.31% (1,17,500) वोट ही हासिल हुआ है।
इस चुनाव में बहुजन समाज पार्टी ने 133 उम्मीदवार उतारे लेकिन कोई जीत नहीं दर्ज कर सका। कर्नाटक में 2018 में हुए चुनाव में कोल्लेगल सीट से बसपा के एन. महेश विधायक बने थे। उनको मंत्री भी बनाया गया था।
Published on:
23 May 2023 03:35 pm
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