
लखनऊ. बसपा सुप्रीमो मायावती ने केंद्रीय मंत्री व लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राम विलास पासवान के उस बयान पर करारा जवाब दिया है, जिसमें उन्होंने मायावती को दलित विरोधी करार दिया था। मायावती ने कहा कि राम विलास पासवान जैसे मंत्रियों की दलित विरोधी भूमिका शर्मनाक है। बता दें कि भारत सरकार के उपभोक्ता मामलों, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री राम विलास पासवान गुरुवार को लखनऊ में थे। इस दौरान उन्होंने मायावती पर एक के बाद एक कई तीखे शब्दबाण छोड़े थे। पासवान के बयान से खफा मायावती ने शुक्रवार को उन पर जमकर बरसीं।
एससी-एसटी एक्ट के मुद्दे पर रामविलास पासवान के आरोपों पर जवाब देते हुए मायावती ने कहा कि इस कानून को निष्क्रिय बनाने में केंद्र सरकार का ढुलमुल रवैया दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार इस गंभीर समस्या का समाधान निकालने में असमर्थ साबित हुई है।
कोरी बयानबाजी कर रही भाजपा
मायावती ने कहा कि बहुजन समाज पार्टी की सरकार में दलित, पिछड़े वर्ग के साथ मुस्लिमों व अपर कास्ट के गरीबों का सम्मान हुआ है। उनकी सरकार के कामकाज कोरी बयानबाजी से निपटाया नहीं जा सकता है। उन्होंने कहा कि पदोन्नति में आरक्षण के मुद्दे पर भी मोदी सरकार भी भूमिका निगेटिव ही रही है।
बीजेपी का मकसद सिर्फ चुनाव जीतना है
यूपी में आंधी-तूफान से मौतों पर संवेदनायें जताते हुए पर बसपा सुप्रीमो ने कहा कि बीजेपी सरकार का मकसद सिर्फ चुनाव जीतना है, जनता के हितों से उसे कुछ भी लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में तूफान से भारी तबाही हूई है और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कर्नाटक की चुनावी राजनीति में व्यस्त हैं।
Published on:
04 May 2018 08:09 pm
बड़ी खबरें
View Allलखनऊ
उत्तर प्रदेश
ट्रेंडिंग
