10 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

वाराणसी सहित यूपी के हर गांव में पंचवटी बनाएगी मोदी सरकार, यह है पूरा प्लान

- 39 पौधों से तैयार होगी खास Panchvati- पंचवटी में होंगे पीपल, वट, बेल, हरड़ और अशोक के पौधे- पर्यावरण संरक्षण की मुहिम को आगे बढा़एगा Narendra Modi का संसदीय क्षेत्र वाराणसी

2 min read
Google source verification

लखनऊ

image

Hariom Dwivedi

Jul 08, 2019

Panchvati in Uttar Pradesh

वाराणसी सहित यूपी के हर गांव में पंचवटी बनाएगी मोदी सरकार, यह है पूरा प्लान

लखनऊ. केंद्र की नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) सरकार देश और प्रदेश के हर गांव में पंचवटी (Panchvati) विकसित करने जा रही है। सबसे पहले प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी सहित जिले की सभी 760 ग्राम पंचायतों और फिर सूबे की सभी राम पंचायतों में सरकारी जमीन पर पंचवटी तैयार की जाएगी। काशी में पंचवटी की स्थापना के लिए ग्राम समाज की भूमि चिन्हित की जा रही है। इस सम्बंध में पूरी कार्ययोजना प्रधानमंत्री कार्यालय से जारी की जाएगी। बीते दिनों वाराणसी के एक दिवसीय दौरे पर आये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) और स्थानीय अधिकारियों से पर्यावरण संरक्षण की मुहिम के तहत हर गांव में पंचवटी स्थापित करने की बात कही थी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल के बाद वाराणसी समेत देश के हर गांव में पंचवटी विकसित की जाएगी। पंचवटी में पीपल, वट, बेल, हरड़ और अशोक के पौधे लगाये जाएंगे। ग्राम समाज की जमीन पर दिशाओं के अनुसार विशेष कोण में इन पौधों को लगाया जाएगा। बीच में बेल के चार पौधे, चारों कोनों पर बरगद का एक-एक पौधा, गोलाकार रूप में अशोक के 25 पौधे, दक्षिण दिशा में आंवला के दो पौधे और चारों दिशाओं में पीपल के चार पौधे लगाए जाएंगे। 39 पौधों से तैयार हुई पंचवटी का औषधीय, पर्यावरणीय और धार्मिक महत्व है। पौधरोपण के पांच वर्ष बाद पौधों के केंद्र में वर्गाकार वेदी का निर्माण किया जाएगा।

यह भी पढ़ें : मोदी के बनारस से गंगा के सहारे बांग्लादेश पहुंचें

किस पेड़ की क्या खासियत?
पंचवटी में शामिल पेड़ अपनी अलग ही खासियत रखते हैं। इनमें बरगद का पेड़ तेज गर्मी में भी पंचवटी को ठंडा रखेगा। इसका दूध असाध्य रोगों से लड़ने में कारगर है। पीपल का पेड़ जहां रक्तविकार दूर करता है, वहीं वातावरण को प्रदूषण मुक्त बनाने में सहायक है। बेल का फल पेट संबंधी रोग को तो छूमंतर करता ही है, वातावरण को भी खूशबूदार बनाने में सहायक होता है। आंवला शरीर को निरोग बनाने की महाऔषधि है। सदाबहार रहने वाला अशोक का वृक्ष स्त्री रोगों से निदान दिलाता है।

ग्राम समाज की जमीन की जा रहीं चिन्हित
गांवों में सरकारी जमीनों का चयन कर पंचवटी (Panchvati) की स्थापना की जाएगी। फिलहाल, काशी में पंचवटी के लिए ग्राम समाज की भूमि को चिन्हित करने का काम शुरू हो गया है। सूत्रों की मानें तो काशी के बाद सूबे की अन्य ग्राम पंचायतों में पंचवटी की योजना अमल में लाई जाएगी। वाराणसी के जिलाधिकारी सुरेंद्र सिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री (Narendra Modi) ने काशी के हर गांव में पंचवटी स्थापित करने की इच्छा जताई है। इसके लिए सभी ग्राम पंचायतों की सरकारी जमीनों को चिन्हित कर लिया गया है। प्रधानमंत्री कार्यालय के दिशा निर्देश पर तय मानक पर पंचवटी की स्थापना शुरू कराई जाएगी।

यह भी पढ़ें : लखनऊ में लगा कौन बनेगा करोड़पति का शानदार सेट, अमिताभ बच्चन ने शेयर की तस्वीरें