31 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

रूठे आजम को मनाएंगे मुलायम

अनिल के अंकुर लखनऊ। यूपी सरकार के वरिष्ठ मंत्री मोहम्मद आजम खां फिर नाराज हो गए हैं। नाराजगी में उन्होंने एक बार फिर ऐसे बयान देने शुरू कर दिए हैं, जिससे सरकार और पार्टी की छवि को धक्का लग रहा है। अब समाजवादी पार्टी मुखिया मुलायम सिंह यादव अपने सहयोगी आजम को मनाएंगे। बताया जाता […]

2 min read
Google source verification

image

Ankur Dwivedi

Oct 22, 2015

Azam Khan Mulayam Singh Yadav Akhilesh Yadav

Azam Khan Mulayam Singh Yadav Akhilesh Yadav

अनिल के अंकुर
लखनऊ। यूपी सरकार के वरिष्ठ मंत्री मोहम्मद आजम खां फिर नाराज हो गए हैं। नाराजगी में उन्होंने एक बार फिर ऐसे बयान देने शुरू कर दिए हैं, जिससे सरकार और पार्टी की छवि को धक्का लग रहा है। अब समाजवादी पार्टी मुखिया मुलायम सिंह यादव अपने सहयोगी आजम को मनाएंगे। बताया जाता है कि आजम की नाराजगी दीवाली के पहले दूर कर दी जाएगी। इसकी पूरी रूपरेखा तैयार कर ली गई है।

क्यों नाराज होते हैं आजम
एक अहम सवाल यह उठता है कि यूपी सरकार के इतने बडे मंत्रिमंडल में आखिर क्या बात है कि आजम खां ही क्यों नाराज हो जाते हैं। कोई मंत्री या पार्टी का वरिष्ठ नेता नाराज क्यों नहीं होता। तीन साल के अखिलेश सरकार के कार्यकाल में आजम तीन बार नाराज हो चुके हैं। कभी पश्चिम उत्तर प्रदेश के मुस्लिम नेताओं को लेकर तो कभी अधिकारियों के तबादलों को लेकर। आजम नाराज हैं।

अमर सिंह के नाम से ही आजम का चढ़ता है पारा
संसदीय कार्य और नगर विकास मंत्री आजम खां की सपा से तब नाराजगी ज्यादा बढ जाती है, जब यह चर्चा तेज होती है कि अमर सिंह को सपा में तरजीह मिलने वाली है। यह खबर आते ही आजम का पारा चढ़ जाता है। इसके बाद वे ऐसे विवादित बयान देना शुरू कर देते हैं, जिससे पार्टी को काफी नुकसान हो जाता है। पिछले दिनों मुलायम सिंह यादव, शिवपाल सिंह यादव, राम गोपाल यादव और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अमर सिंह को कुछ ज्यादा तरजीह दी। यह बात अखबारों और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में जैसे ही प्रचारित हुई वैसे ही आजम का ब्लड प्रेशर बढ़ गया। इस सियासी खलबली से आजम ने बयान दे डाला कि उन्हें अमर सिंह से जान का खतरा है।

अमर सिंह से क्यों है आजम का 36 का आंकड़ा
कहा जाता है कि आजम का गृह जिले रामपुर से सिने स्टारजयप्रदा सपा की सांसद हुईं। पहले जयप्रदा की आजम से नजदीकी बढी, लेकिन इसी बीच अमर सिंह से जयप्रदा काफी नजदीक हो गई। यह बात आजम को नागवार गुजरी। उन्होंने इसका इतना विरोध किया कि आजम और अमर की दुश्मनी आम चर्चा में आ गई। हालांकि दोनों ही पक्ष यानि आजम और अमर इस बात को आपसी दुश्मनी का कारण नहीं मानते हैं, लेकिन चर्चा वहीं से शुरू होतीे है।

नाराजगी इतनी कर चुके हैं कि पार्टी तक छोड़ी थी आजम ने
सपा से आजम खां की नाराजगी इतनी ज्यादा हो चुकी है कि करीब आठ साल पहले उन्होंने सपा से नाता तोड़ लिया था। सपा नेताओं और सपा की नीतियों की उन्होंने खुले आम आलोचना भी की, लेकिन मुलायम सिंह यादव अपने पुराने दोस्तों और कार्यकर्ताओं को पहचानते हैं और उनको मौका मिलने पर लाभ पहुंचाते हैं। चुनाव से पहले आजम मान गए और सपा सरकार में मंत्री भी बन गए।

अब फिर वे नाराज हैं। उनकी नाराजगी इसलिए बढ़ गई क्योंकि पिछले दिनों मुलायम सिंह यादव अमर को लेकर आडवाणी से मिले। मुलायम के कहने पर राम गोपाल यादव और शिवपाल सिंह यादव ने अमर को माफ कर दिया। अखिलेश भी भरी सभा में अमर सिंह को अमर अंकल कह कर सम्मान देने लगे। कहा जाता है कि ऐसे में अमर सिंह की सपा में वापसी का रास्ता साफ होता देख आजम नाराज हो गए। अब उनकी नाराजगी को मुलायम सिंह यादव दूर करेंगे। इसीलिए मुलायल ने बीते दिनों यह बयान भी दिया कि आजम को कोई खतरा नहीं होने देंगे। वे अभी आजम के साथ हैं।

ये भी पढ़ें

image