बैलेंस मेनटेन न होने पर बैंक लेते हैं चार्ज कई बार आपको पता नहीं चलता है और बैंक सेविंग अकाउंट में मिनिमम बैलेंस पूरी न कर पाने की शर्त के आधार पर चार्ज लगा देते हैं। इसलिए बेहतर होगा कि आप अपना अकाउंट ही बंद करा दें अन्यथा बैंक आप पर चार्ज लगाते रहेंगे। कई बार सैलरी और सेविंग अकाउंट लोग अलग-अलग रखते हैं लेकिन सैलरी कई महीनों तक क्रेडिट न होने पर बैंक उस अकाउंट को सेविंग अकाउंट में बदल देते हैं। ऐसे में ग्राहक को एक साथ पेनल्टी के रूप में अच्छी खासी रकम भरनी पड़ सकती है।
अकाउंट बंद करना बेहतर विकल्प आप अगर बैंक चार्ज या बैंक फ्रॉड या इस तरही की कई परेशानियों से बचना चाहते हैं तो बेहतर होगा कि आप जिस अकाउंट का इस्तेमाल नहीं करते हैं तो उसे बंद करा दें। अकाउंट बंद कराने के पहले आपको बैंक से सारा पैसा निकालना होगा। इसके बाद सभी सर्विसेज को भी बंद करना होगा। इसके बाद अपने बैंक की ब्रांच में जाकर वहां डिलिंकिंग और बैंक क्लोजिंग फॉर्म सबमिट करना होगा। इसके बाद कुछ और प्रोसेस के बाद बैंक आपका अकाउंट स्थाई रूप से बंद कर देगा।
CIBIL Score पर पड़ता है असर एक ही नाम पर अधिक बैंक अकाउंट रखने से आपके सिविल स्कोर से लेकर इनकम टैक्स भरने की प्रक्रिया पर भी गहर असर पड़ता है। किसी बैंक में अगर आपके नाम से कोई ऐसा अकाउंट जिसमें 12 महीने से ज्यादा आपने कोई ट्रांजैक्शन नहीं करते हैं तो बैंक उस अकाउंट को निष्क्रिय खाता घोषित कर देता है। वहीं अगर 24 महीनों तक आप अपने अकाउंट में कोई एक्टिविटी नहीं करते हैं तो बैंक उसे डॉर्मेंट अकाउंट घोषित कर देता है.अधिक बैंक अकाउंट रखने के कई नुकसान है।