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मुस्लिम युवक ने की मुख्यमंत्री Yogi Adityanath की तारीफ, कहा- योगी सरकार की वजह से…

मोहम्मद ताहिर नामक युवक ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ की। युवक का कहना है कि सरकार की योजना से उसे लाभ पहुंचा है। जिस कारण से वो मुख्यमंत्री का धन्यवाद करता है।

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लखनऊ

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Anurag Animesh

Dec 14, 2025

Yogi Adityanath

Yogi Adityanath(Image-ANI)

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ एक मुस्लिम युवक ने की। दरअसल, मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत उस युवक ने अपनी शादी रचाई। जिसके बाद उसने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री की तारीफ की। सहारनपुर में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत एक बड़ा और भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया। महाराज सिंह डिग्री कॉलेज परिसर में हुए इस आयोजन में एक ही मंडप के नीचे 284 जोड़े वैवाहिक बंधन में बंधे। शहनाइयों की गूंज के बीच हिंदू और मुस्लिम समुदाय के जोड़ों ने अपने-अपने धार्मिक रीति-रिवाजों के अनुसार विवाह संपन्न किया। इस आयोजन में दूल्हा बना मोहम्मद ताहिर ने भी अपनी शादी की।

कार्यक्रम में शामिल मुस्लिम दूल्हे मोहम्मद ताहिर ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आभार जताते हुए कहा कि इस योजना ने उन्हें सम्मान के साथ विवाह करने का अवसर दिया। सामूहिक विवाह के माध्यम से वो सम्मानपूर्वक अपनी शादी कर सका। जिसका श्रेय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जाता है।

15 दिसंबर को फिर होना है आयोजन


जिलाधिकारी मनीष बंसल ने बताया कि जिले को इस वर्ष 517 सामूहिक विवाह का लक्ष्य मिला है। अगला आयोजन 15 दिसंबर को लगभग 250 जोड़ों के साथ किया जाएगा। जिलाधिकारी ने यह भी बताया कि सरकार ने विवाह सहायता राशि को 51 हजार से बढ़ाकर एक लाख रुपये कर दिया है, जिससे आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को बड़ी राहत मिली है। प्रशासन का उद्देश्य है कि हर जोड़ा गरिमा और खुशी के साथ अपने वैवाहिक जीवन की शुरुआत कर सके।

कई मंत्री भी हुए शामिल


जनता रोड स्थित आयोजन स्थल पर करीब तीन हजार से अधिक मेहमान पहुंचे। समारोह में प्रदेश सरकार के औद्योगिक मंत्री, स्थानीय विधायकगण, जनप्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे। सरकार की ओर से प्रत्येक नवविवाहित जोड़े को एक लाख रुपये की आर्थिक सहायता के साथ विवाह सामग्री और गृहस्थी का जरूरी सामान दिया गया। इस सामूहिक विवाह में 203 हिंदू और 81 मुस्लिम जोड़े शामिल रहे। हिंदू विवाह वैदिक मंत्रोच्चार के साथ संपन्न हुए, जबकि मुस्लिम जोड़ों का निकाह मौलवियों की मौजूदगी में पढ़ाया गया। अलग-अलग धर्मों की परंपराओं के बावजूद एक मंच पर विवाह होना सामाजिक एकता की मिसाल बना।