
नसीमुद्दीन सिद्दीकी का बहुत बड़ा फैसला, कांग्रेस में होंगे शामिल, राहुल गांधी कराएंगे ज्वाइन
लखनऊ. बहुजन समाज पार्टी के सबसे कद्दावर नेताओं में से एक और कभी मायावती का दाहिना हाथ कहे जाने वाले नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने अपनी नई सियासी राह चुन ली है। बसपा से निकाले जाने के बाद से ही लगातार ये चर्चा चल रही थी कि नसीमुद्दीन सिद्दीकी जल्द ही किसी पार्टी में शामिल होंगे। काफी लंबे इंतजार के बाद आखिरकार उन्होंने बड़ा राजनीतिक निर्णय ले ही लिया है।
कांग्रेस में शामिल होंगे नसीमुद्दीन सिद्दीकी
जानकारी के मुताबिक नसीमुद्दीन सिद्दीकी 22 फरवरी को कांग्रेस पार्टी में शामिल होंगे। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की उपस्थिति में नसीमुद्दीन के साथ उनके कई समर्थक भी पार्टी ज्वाइन करेंगे। सूत्रों की मानें तो राहुल गांधी और नसीमुद्दीन सिद्दीकी की मुलाकात 28 दिसंबर को हुई थी। इसी दिन गुजरात में विधानसभा चुनाव के नतीजे भी आए थे। जिसके बाद दोनों के बीच मुलाकातों का लंबा दौर चला और कई मुद्दों पर बातें फाइनल हुईं। इन मुलाकातों में गुलाम नबी आजाद और राज बब्बर भी बराबर शामिल रहे। जानकारी के मुताबिक नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने खुद इस बात का ऐलान किया है कि वह बहुत जल्द ही बड़ा राजनीतिक निर्णय लेंगे।
यह भी पढ़ें: इधर टिकट फाइनल हुआ, उधर बीमार पड़ गए प्रदेश अध्यक्ष
नसीमुद्दीन एक बड़ा मुस्लिम चेहरा
दरअसल नसीमुद्दीन सिद्दीकी उत्तर प्रदेश में एक बड़ा मुस्लिम चेहरा हैं। नसीमुद्दीन के बल पर ही मायावती की बसपा यूपी में एक बड़े मुस्लिम वोट बैंक पर काफी मजबूत पकड़ रखती थी। इसीलिए कांग्रेस नसीमुद्दीन को अपने पाले में करके यूपी में मुस्लिमों पर अपनी पकड़ मजबूत करना चाहती है। सूत्रों के मुताबिक नसीमुद्दीन के साथ यूपी के 3 पूर्व मंत्री, 4 पूर्व सांसद, दर्जनों पूर्व विधायक और कई दूसरे नेता कांग्रेस में शामिल होंगे। दरअसल 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस उन तमाम नेताओं को पार्टी में शामिल करना चाहती है जिनका यूपी में मजबूत जनाधार हो।
सपा में शामिल होने की थीं खबरें
आपको बता दें कि नसीमुद्दीन सिद्दीकी को मायावती ने बीएसपी से निकाला था। बसपा से निकाले जाने के बाद नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने मायावती के साथ अपनी बातचीत के कई ऑडियो भी वायरल किए था। जिसके बाद यूपी की सियासत में भीचाल भी आ गया था। बीएसपी से निकाले जाने के बाद कई बार ऐसी खबरें भी आईं कि नसीमुद्दीन समाजवादी पार्टी में शामिल होंगे। लेकिन अखिलेश यादव से बात न बन पाने के चलते ऐसा हो नहीं सका। जिसके बाद अब ये पुख्ता खबर है कि वह अपने समर्थकों के साथ कांग्रेस का दामन थामने जा रहे हैं।
Updated on:
21 Feb 2018 09:22 am
Published on:
21 Feb 2018 09:16 am
बड़ी खबरें
View Allलखनऊ
उत्तर प्रदेश
ट्रेंडिंग
