29 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

School Closed: स्कूलों पर मंडराया कोरोना का साया, Winter Vacation के बाद दोबारा खुलने पर संशय

School Closed: यूपी सरकार ने जहां कक्षा आठ तक के स्कूलों में 14 जनवरी तक Winter Vacation घोषित कर दिया है वहीं अब सवाल ये भी पैदा हो रहा है कि अगर कोरोना के मामले इसी तरह बढ़ते रहे तो क्या दोबारा स्कूल खुलेंगे भी या नहीं।

2 min read
Google source verification
school_closed.jpg

लखनऊ. पूरे देश के साथ-साथ यूपी में भी कोरोना के नये वैरियंट Omicron के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। करीब 22 राज्यों में ओमीक्रॉन के मामले सामने आ चुके हैं। आलम ये है कि कई कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को दोबारा वर्क फ्रॉम होम के लिए बोल दिया है। हालांकि यूपी सरकार ने जहां कक्षा आठ तक के स्कूलों में 14 जनवरी तक Winter Vacation घोषित कर दिया है वहीं अब 12वीं तक के स्कूलों को भी 14 जनवरी तक बंद करने का आदेश जारी कर दिया है। हांलाकि छुट्टियाँ घोषित होने के पहले ही स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति कम होने लगी थी। मगर तीसरी लहर की चेतावनी और कोरोना के बढ़ते मामलों नें अभिभावकों की चिंता बढ़ा दी है। दूसरी तरफ अब सवाल ये भी पैदा हो रहा है कि अगर कोरोना के मामले इसी तरह बढ़ते रहे तो क्या दोबारा स्कूल खुलेंगे भी या नहीं। वहीं ये सवाल अभिभावकों, टीचर्स और स्टूडेंट्स के मन में भी है। सबसे ज्यादा चिंता छोटे बच्चों को लेकर है।

यह भी पढ़ें: बुखार, थकान, सिरदर्द और गले में है खराश तो तुरंत कराएं कोविड टेस्ट, सरकार ने जारी की नयी एडवाइजरी

बच्चों को नहीं कर सकते स्कूल आने के लिए बाध्य

स्कूलों में इन छुट्टी की वजह एक ये भी बतायी जा रही है कि ओमिक्रॉन के संभावित खतरे को देखते हुए राज्य सरकार ने ये फैसला लिया है। अब स्कूल प्रबंधन बिना अभिभावकों की सहमति के किसी भी बच्चे को स्कूल आने के लिए बाध्य नहीं कर सकता है। इसके साथ ही स्कूल परिसर में सभी लोगों को आवश्यक रूप से मास्क पहनना होगा। इसे लेकर माध्यमिक शिक्षा परिषद ने गाइड लाइन भी जारी कर दी है। स्कूलों को विकल्प के तौर पर ऑनलाइन पढ़ाई की व्यवस्था करानी होगी। यदि स्कूल में किसी को भी जुकाम, बुखार आदि के लक्षण दिखते हैं तो उसे चिकित्सीय सलाह के साथ उनके घर पहुंचाने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। कोई भी आयोजन तब ही किया जाए जब उसमें सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया जा सकता हो।

कोविड प्रोटोकाल का करना होगा पालन

स्कूल में अगर कोई प्रार्थना सभा या किसी तरह की खेलकूद व सांस्कृतिक गतिविधि हो रही है तो ऐसे में कोविड प्रोटोकॉल का पूरी तरह पालन करना होगा। स्कूलों को रोज सेनेटाइज करना होगा। प्रवेश करते समय शिक्षकों, कर्मचारियों व छात्र-छात्राओं की थर्मल स्कैनिंग की जाए। हैंडवॉश और हाथों को सेनेटाइज कराने की व्यवस्था गेट पर ही की जाए। स्कूल की छुट्टी के समय सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया जाए। विद्यालय के अंदर भी कम से कम छह फीट की दूरी का पालन कराया जाए। स्कूली वाहनों को भी रोज सेनेटाइज कराया जाए। बसों आदि के अंदर भी शारीरिक दूरी तय की जाए। इसके साथ ही शिक्षकों व कर्मचारियों का वैक्सीनेशन भी अनिवार्य रूप से कराया जाए।

यह भी पढ़ें: स्कूल बसों के किराये का नया फॉर्मूला जारी, 5 किलोमीटर तक के लिए 1000 से ज्यादा नहीं ले सकेंगे किराया

ऑनलाइन क्लास पर जोर

ज्यादातर पैरंट्स अपने बच्चों को ऑनलाइन क्लास ही करवा रहे हैं। बोर्ड एग्जाम वाले बच्चों को ज्यादा दिक्कत है, क्योंकि स्कूल में उनकी पढ़ाई अच्छे से हो पा रही थी, लेकिन वे भी अब ऑनलाइन पढ़ाई के ऑप्शन ही चुन रहे हैं। अभिभावकों को चिंता है कि उनके बच्चों को अभी वैक्सीन भी नहीं लगी है। ऐसे में कुछ दिन स्कूल न भेजना ही सही रहेगा। हालांकि स्कूल मैनेजमेंट का कहना है कि कोरोना को ध्यान में रखते हुए सभी नियमों का पालन किया जा रहा है। कुछ स्कूल तो पूरी तरह से ऑनलाइन क्लासेज ही चला रहे हैं।