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कांग्रेस की प्रवक्ता परीक्षा में हुई जमकर नकल, जानें कैसे फैली पेपर लीक की खबर

यूपी कांग्रेस की प्रवक्ता परीक्षा में हुई जमकर नकल, जानें कैसे फैली पेपर लीक की खबर...क्या है पूरा मामला

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कांग्रेस की प्रवक्ता परीक्षा में हुई जमकर नकल, जानें कैसे फैली पेपर लीक की खबर

प्रशांत श्रीवास्तव, लखनऊ. एक तरफ कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी यूपी में कांग्रेस को दोबारा से खड़ा करने में लगातार प्रयास कर रहे हैं वहीं दूसरी उन्हीं के मीडिया टीम में शामिल होने के लिए आय़ोजित की गई परीक्षा में कई कैंडिडेट्स नकल करते हुए दिखे। दरअसल प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में प्रवक्ता बनने के लिए गुरुवार को लिखित परीक्षा व इंटरव्यू लिया गया। इसमें लगभग 70 कैंडिडेट्स ने भाग लिया। इनमें अधिकतर पूर्व प्रवक्ता व मीडिया पैनेलिस्ट थे। परीक्षा लेने कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता व मीडिया कन्वीनर प्रियंका चतुर्वेदी व नेशनल मीडिया कोर्डिनेटर रोहन गुप्ता आए। इस दौरान 14 सवालों का एक रिटिन टेस्ट हुआ। कई सवाल ऐसे थे जिसे पढ़कर कुछ कैंडिडेट्स के पसीने छूट गए। वे इधर-उधर झांकने लगे।

किसी बहाने से आए बाहर, फिर वायरल हुआ पर्चा

सूत्रों के मुताबिक, कई सीनियर नेता तो शुरुआत के तीन-सवाल से हैरान रह गए। वे अगल-बगल वालों की कॉपी में झांकने लगे। इस दौरान कुछ ने गूगल पर उत्तर सर्च करने शुरू कर दिए। वहीं कुछ टॉयलेट जाने के बहाने से बाहर आ गए। बाहर उन्होंने कुछ पत्रकारों को पेपर का फोटो खींचकर दे दिया। एक तरफ टेस्ट चल रहा था दूसरी तरफ वाॉट्सऐप पर वायरल किया जा रहा था। कई कार्यकर्ता पेपर के सवाल पढ़कर उत्तर खोजने में लगे थे। ऐसे में पेपर लीक होने की खबरेें चलने लगीं।

प्रियंका चतुर्वेदी ने किया खंडन

कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने पत्रिका से बातचीत में पेपर लीक होने की खबर का खंडन किया है। उनके मुताबिक पेपर लीक नहीं हुआ। वे दिल्ली से पेपर लेकर आईं थीं। ये एक सामान्य प्रकिया है। प्रवक्ताओं से उम्मीद की जाती है कि उन्हें अपने राज्य और पार्टी के बारे में ठीक-ठाक जानकारी तो होगी ही। अगर जरूरत पड़ी तो दोबारा भी पेपर लिया जा सकता है।

एक दिन पहले आया था मैसेज

इस टेस्ट को देने के लिए कैंडिडेट्स के पास एक दिन पहले मैसेज आ गया था। कहा गया था कि गुरुवार को एक अहम मीटिंग है। कुछ कैंडिडेट्स को अंदाजा था कि इंटरव्यू होंगे लेकिन 'रैंडम टेस्ट' की उम्मीद ज्यादा को कई नहीं थी। कई सीनियर नेताओं के चेहरे भी लटके दिखे। उन्हें इस तरह के सवालों की उम्मीद नहीं थी। कई एक-दूसरे का मुंह ताकते दिखे। लिखित परीक्षा में 14 सवालों के अलावा सभी का एक-एक कर इंटरव्यू भी लिया गया। कैंडिडेट्स से उनके बारे में पूछा गया। इसके अलावा पार्टी को लेकर उनके विजन को भी तराशा गया।


ये थे सवाल

-यूपी में कितने मंडल,जिले व ब्लॉक हैं ?
- यूपी में लोकसभा की कितनी आरक्षित सीटें हैं?
-2004 व 2009 में कांग्रेस कितनी सीटों पर जीती थी?
-लोकसभा 2014 व 2017 विधानसभा में कांग्रेस को कितने प्रतिशत मत मिले हैं?
- यूपी में कितनी लोकसभा और विधानसभा सीटे हैं?
-यूपी में एक लोकसभा सीट में कितनी विधानसभा सीटें आती हैं ?
-किन लोकसभा सीटों पर मानक से कम या ज्यादा विधानसभा सीटे हैं?
-प्रवक्ता का कार्य क्या होता है?
-आप प्रवक्ता क्यों बनना चाहते हैं?
-मोदी सरकार की असफलता के प्रमुख बिंदु क्या-क्या हैं..?
- योगी सरकार की असफलता के प्रमुख बिंदु क्या हैं..?
-मनमोहन सिंह सरकार की उपलब्धियां क्या-क्या थीं?
-आज समाचार पत्र में तीन प्रमुख खबरें क्या हैं जिन पर कांग्रेस प्रवक्ता बयान जारी सर सके?

कुल 14 सवाल पूछे गए। कई कैंडिडेट्स का कहना था कि अंत के सवाल के तो उन्होंने जवाब दे दिए लेकिन शुुरुआत के सवालों ने फंसा दिया।

पेपर हो गया था लीक!

एक अखबर ने सूत्रों के हवाले से दावा किया कि इस प्रवक्ता परीक्षा का पर्चा ही लीक भी हो गया था। बंटने से पहले ही पेपर सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। नेताओं को परीक्षा शुरू होने के पहले ही पेपर वॉट्सऐप भी कर दिया गया। साथ ही दावा किया गया कि सॉल्वर भी उपलब्ध है, लेकिन ज्यादातर ने यह संदेश देखा ही नहीं। 20 जून को प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर ने यूपी के चार वभाग भंग कर दिए थे। नए प्रवक्ताओं की तैनाती के लिए ही परीक्षा आयोजित की गई थी।

अब यही तरीका अपनाया जाएगा

प्रियंका चतुर्वेदी के मुताबिक एआईसीसी में भी इस तरह के टेस्ट होते रहते हैं। अब उसी पैटर्न पर हमने यहां भी टेस्ट किया। ये कहना ठीक नहीं कि कठिन सवाल पूछे गए। हमने बेसिक सवाल पूछे। प्रवक्ताओं से इसके जवाब की उम्मीद रहती है। प्रदेश की नई टीम नेशनल मीडिया टीम के पैटर्न पर ही चलेगी। बता दें कि प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर की ओर से पुरानी मीडिया टीम को भंग कर दिया गया था। अब 20 से 25 कैंडिडेट्स को इसमें शॉर्ट लिस्ट किया जाएगा जो कि नई मीडिया टीम के सदस्य होंगे। सूत्रों के मुताबिक प्रदेश प्रवक्ता व मीडिया पैनेलिस्ट की दो टीमें होंगे जिसमें लगभग 20 लोगों को जगह दी जा सकती है।