अमेरिकी राष्ट्रपति के आने पर भी रची गई थी साजिश-
अखिलेश यादव ने कहा कि फोन की जासूसी करवाकर लोगों की व्यक्तिगत बातों को सुनना निजता के अधिकार का घोर उल्लंघन है। अगर ये काम भाजपा करवा रही है तो ये दंडनीय है। अगर भाजपा सरकार ये कहती है कि उसे इसकी जानकारी नहीं है तो ये राष्ट्रीय सुरक्षा पर उसकी नाकामी है। इसके अलावा अखिलेश यादव ने फोन जासूसी को लोकतांत्रिक अपराध करार दिया है।
बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने भी पेगासस जासूसी कांड पर केंद्र सरकार को कटघरे में खड़ा किया है। मायावती के अनुसार ये अति गंभीर मामला है, जिससे देश भर में खलबली मची है। इस मामले में केंद्र की सफाई लोगों के गले के नीचे नहीं उतर पा रही है। लिहाजा इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच जल्द से जल्द कराई जाए। बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि जासूसी का गंदा खेल व ब्लैकमेल आदि कोई नई बात नहीं किन्तु काफी महंगे उपकरणों से निजता भंग करके मंत्रियों, विपक्षी नेताओं, अफसरों और पत्रकारों आदि की जासूसी करना अति-गंभीर व खतरनाक मामला है। जिसका भण्डाफोड़ हो जाने से यहां देश में भी खलबली व सनसनी फैली हुई है।