
लखनऊ पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया, 2 का एनकाउंटर
Police Action: लखनऊ के इंडियन ओवरसीज बैंक में करोड़ों का सोना और ज्वैलरी लूटने के मामले में पुलिस ने 25 हजार रुपये का इनामी बदमाश मिथुन को गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में पुलिस ने अब तक 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि 2 आरोपियों का एनकाउंटर भी हो चुका है। पुलिस का दावा है कि चोरी हुए माल की अधिकतम बरामदगी हो चुकी है। इसके बाद से लॉकर मालिक लगातार बैंक में अपना सामान वापस पाने के लिए पहुंच रहे हैं। चिनहट पुलिस ने लॉकर मालिकों के लिए एक फॉर्म जारी किया है, जिसमें उन्हें अपनी पूरी डिटेल्स भरनी होगी। इस घटना के बाद से पीड़ितों ने बैंक की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं।
लखनऊ के इंडियन ओवरसीज बैंक में 25 दिसंबर को एक बड़ी चोरी का मामला सामने आया था, जिसमें लाखों रुपये की ज्वैलरी और करोड़ों का सोना चोरी हो गया था। यह घटना चिनहट इलाके के बैंक में हुई थी, जहां बैंक के लॉकर से चोरी हुई ज्वैलरी और सोने की तस्करी के आरोपी पुलिस के शिकंजे में हैं। पुलिस ने इस मामले में तेजी से कार्रवाई करते हुए 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें से 2 आरोपियों का एनकाउंटर भी किया गया है और पुलिस का कहना है कि चोरी हुए माल की अधिकतम बरामदगी की गई है। पुलिस की जांच में यह सामने आया है कि लूट में बैंक के कर्मचारियों और अन्य बाहरी लोगों का भी हाथ हो सकता है। फिलहाल पुलिस इस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है और अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी है।
इस मामले में 25 हजार रुपये का इनामी आरोपी मिथुन की गिरफ्तारी की जानकारी देते हुए डीसीपी पूर्वी शशांक सिंह ने कहा, “हमने इस मामले में त्वरित कार्रवाई की है और अधिकतम माल की बरामदगी भी की है। मिथुन एक शातिर अपराधी है, जो इस चोरी का मुख्य आरोपी था। उसकी गिरफ्तारी से यह मामला जल्दी सुलझने की उम्मीद है। हम अन्य आरोपियों को भी जल्द पकड़ लेंगे।”
डीसीपी ने आगे कहा, "हमारी टीम लगातार इस मामले में जांच कर रही है और बैंक की सिक्योरिटी से जुड़े पहलुओं पर भी ध्यान दिया जा रहा है। चोरी में शामिल बाकी आरोपियों का भी जल्द ही पता लगाया जाएगा।"
लॉकर मालिकों की परेशानी और बैंक की सुरक्षा पर सवाल
चोरी की घटना के बाद से बैंक के लॉकर मालिकों में हड़कंप मचा हुआ है। कई लोग लगातार बैंक पहुंच रहे हैं, ताकि वे अपने लॉकर से चोरी हुई ज्वैलरी और अन्य सामान वापस प्राप्त कर सकें। चिनहट पुलिस ने इस समस्या को देखते हुए एक फॉर्म जारी किया है, जिसमें लॉकर मालिकों को अपनी पूरी जानकारी भरनी होगी। इस फॉर्म में लॉकर की डिटेल्स और चोरी हुई सामग्री का विवरण देना होगा, ताकि पुलिस को जांच में मदद मिल सके।
इस घटना के बाद पीड़ितों ने बैंक की सुरक्षा पर भी सवाल उठाए हैं। उनका आरोप है कि अगर बैंक की सुरक्षा व्यवस्था मजबूत होती, तो इतनी बड़ी चोरी नहीं हो सकती थी। कुछ पीड़ितों ने यह भी कहा कि बैंक के अंदर सुरक्षा गार्ड्स की संख्या कम थी और सीसीटीवी कैमरे ठीक से काम नहीं कर रहे थे।
पुलिस की कार्रवाई और आगे की योजना
पुलिस ने इस मामले में अपनी कार्रवाई तेज कर दी है। डीसीपी शशांक सिंह के अनुसार, पुलिस विभिन्न तकनीकी उपकरणों की मदद से जांच कर रही है, और जल्द ही और भी सुराग सामने आएंगे। पुलिस का कहना है कि अब तक की कार्रवाई में चोरी हुए माल की अधिकतम बरामदगी हो चुकी है और जल्द ही बाकी आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
पुलिस ने यह भी बताया कि बैंक के अंदर और आसपास के सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है, जिससे और भी महत्वपूर्ण जानकारी मिलने की उम्मीद है। पुलिस का मानना है कि चोरी में बैंक के कर्मचारियों का भी हाथ हो सकता है, और उनकी भूमिका की जांच की जा रही है।
बैंक की जवाबदेही
बैंक ने इस घटना के बाद अपनी सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठने के बाद जवाब दिया है। बैंक के प्रवक्ता ने कहा, "हम इस घटना से बहुत दुखी हैं और हम पीड़ितों के साथ खड़े हैं। हम मामले की गहन जांच कर रहे हैं और पुलिस के साथ पूरी तरह से सहयोग कर रहे हैं। हम अपनी सुरक्षा प्रणाली की समीक्षा कर रहे हैं और इसे और मजबूत बनाएंगे।" बैंक ने यह भी कहा है कि वह लॉकर मालिकों को उनकी चोरी हुई सामग्री को वापस देने के लिए सभी प्रयास कर रहा है और जल्द ही उन्हें उचित मुआवजा प्रदान किया जाएगा।
आगे की दिशा
इस घटना ने बैंकिंग सेक्टर में सुरक्षा की गंभीरता को फिर से उजागर किया है। यह मामला उन लाखों लोगों के लिए एक चेतावनी है जो अपनी कीमती वस्तुएं बैंक के लॉकर में रखते हैं। बैंक और पुलिस दोनों को इस मामले में सख्ती से कदम उठाने की जरूरत है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
Published on:
27 Dec 2024 08:56 pm
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