
Politics on Bahraich Encounter
Bahraich Encounter: बहराइच में हुए हिंसा के बाद प्रदेश का माहौल अभी शांत ही हो रहा था कि हिंसा के आरोपियों के एनकाउंटर में पकडे़ जाने की खबर से माहौल फिर से गरमा गया। प्रदेश के सियासतदां सरकार पर सवाल उठाने शुरू कर दिए।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि लगातार इस प्रकार की घटनाएं हो रही हैं और ये घटनाएं सरकार की नाकामी के कारण हो रही हैं। सरकार अपनी नाकामी छिपाने के लिए एनकाउंटर कर रही हैं। एनकाउंटर, हाफ एनकाउंटर, और भी कई परिभाषाएं हैं जो सरकार ने बनाई है।
अखिलेश यादव ने आगे कहा कि अगर एनकाउंटर से ही कानून-व्यवस्था बेहतर हो रही होती तो अभी उत्तर प्रदेश कई आंकड़ों में दूसरे प्रदेशों से अच्छा होता। यह प्रशासनिक विफलता थी कि जब वहां(बहराइच) कार्यक्रम पुलिस की जानकारी में था तो आखिरकार वे शांतिपूर्ण तरीके से कार्यक्रम संपन्न क्यों नहीं करवा पाए ? एनकाउंटर करना और नफरत को बढ़ावा देना, यह इस सरकार के काम करने का नया तरीका है। यह कहां की न्याय व्यवस्था है?
Bahraich Encounter मामले में समाजवादी पार्टी नेता रविदास मेहरोत्रा ने कहा, "बहराइच में जो हिंसा, आगजनी और लूट-पाट की घटनाएं हुई हैं उसमें पुलिस, प्रशासन और सरकार की पूरी विफलता थी। कई घंटों तक बहराइच में आगजनी होती रही। वहां पुलिस नहीं पहुंची , प्रशासन नहीं पहुंचा और वहां दंगा भड़क गया। इसमें पूर्ण रूप से वहां का पुलिस-प्रशासन दोषी है जिसे मालूम था कि नवरात्रि के बाद लोग वहां जाएंगे। प्रदेश सरकार और वहां का प्रशासन इस घटना के लिए पूर्ण रूप से जिम्मेदार था।"
Bahraich Encounter पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कहा, "सरकार शुरू से ही फर्जी एनकाउंटर करा रही है। वे सिर्फ अपनी विफलता को छिपाने की कोशिश कर रहे है।”
बहराइच एनकाउंटर पर कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने कहा कि दुकानें जलाने वाले दंगाइयों को भी सज़ा होनी चाहिए। दंगाइयों को किसी धर्म से क्यों जोड़ते हो? जिन्होंने पूरा बाज़ार जला दिया और महिलाओं से बदसलूकी की, उनका भी इलाज करना चाहिए।
बहराइच एनकाउंटर पर कांग्रेस नेता आराधना मिश्रा-मोना का कहना है, "यह सरकार और प्रशासन की विफलता है कि इतने बड़े आयोजन के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई। अगर प्रशासन सतर्क होता तो इस घटना को रोका जा सकता था।
कांग्रेस नेता अविनाश पांडे ने बहराइच एनकाउंटर पर कहा, "पूरे प्रदेश में इस प्रकार के एनकाउंटर रोज हो रहे हैं। क्या उस एनकाउंटर के पीछे कोई ठोस सबूत है? बहराइच जल रहा है, लोगों के घर लूटे जा रहे हैं। प्रशासन की ये नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि वहां पर अपराधियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करें और वहां पर शांति स्थापित करें।
कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा, उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था का बुरा हाल है, कानून व्यवस्था बुरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है। भाजपा में उत्तर प्रदेश में इतना भीतर घात है, योगी आदित्यनाथ की कुर्सी खतरे में है कि वे केवल उसी को बचाने में लगे हुए हैं।
सुप्रिया श्रीनेत ने आगे कहा कि जिस प्रदेश में ADG कानून-व्यवस्था को दंगा होने के 48 घंटे बाद बंदूक लेकर सड़क पर चलना पड़े, वहां की कानून-व्यवस्था क्या होगी आप समझ सकते हैं। उत्तर प्रदेश में हम बार-बार शांति बहाल करने की अपील कर रहे हैं। बहराइच के हालात सामान्य होने चाहिए लेकिन वे बद से बदतर होते जा रहे हैं। यह सच है कि उत्तर प्रदेश की जो पुलिस एक रूट पर व्यवस्था तक नहीं कर सकी वो एनकाउंटर करने में सबसे आगे रहती है।
बहराइच हिंसा मामला में अमरोहा के कांग्रेस नेता कुंवर दानिश अली ने कहा, "उत्तर प्रदेश की सरकार फर्जी एनकाउंटर करने में माहिर है। देश कानून और संविधान से चलता है। मैं किसी भी अपराधी का पक्षधर नहीं हूं। अपराधी को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए लेकिन बाबा भीम राव अंबेडकर ने भारत के संविधान में जो व्यवस्था दी है उसके अनुसार उस अपराधी को सजा मिलनी चाहिए। बहराइच की घटना आखिर क्यों हुई? क्या जिम्मेदार प्रशासन पर कार्रवाई की गई ? पहले आप घटना को घटने देते हैं, फिर उसका राजनीतिक दुरुपयोग करते हैं। ये तरीका अच्छा नहीं है। जनता समझ रही है, देश समझ रहा है।
बहराइच हिंसा पर उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि जब पुलिस किसी को पकड़ने जाएगी और उनके ऊपर कोई गोलियों की बौछार करेगा तो क्या पुलिस उसे माला पहनाएगी या उस पर फूलों की वर्षा करेगी? जिंदा या मुर्दा, उन्हें(अपराधियों को) पकड़ना है। अपराध अगर किया है तो जमीन के अंदर रहना पड़ेगा या जेल में। देश-प्रदेश में व्यवस्था रहनी चाहिए।"
बहराइच एनकाउंटर पर केंद्रीय मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने कहा, "हमारी सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है। ऐसे लोग जो देश की व्यवस्थाओं को बिगाड़ने में लगे हैं, आपसी सौहार्द खत्म करने में लगे हैं, उन पर सख्त से सख्त कार्रवाई होगी।
संबंधित विषय:
Updated on:
17 Oct 2024 10:18 pm
Published on:
17 Oct 2024 07:10 pm
बड़ी खबरें
View Allलखनऊ
उत्तर प्रदेश
ट्रेंडिंग
