31 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Salman Khan हिट एंड रन केस की फेमस महिला वकील यूपी की लड़कियों की करेंगी मदद

हिट एंड रन केस में सलमान खान को मुंह तोड़ जवाब देने वाली महिला वकील आभा सिंह अब यूपी में महिलाओं की मदद करेंगी।

2 min read
Google source verification

image

Santoshi Das

Jul 30, 2017

Mumbai High Court Vakil Abha Singh And DGP Sulkhan

Mumbai High Court Vakil Abha Singh And DGP Sulkhan

लखनऊ.हिट एंड रन केस में सलमान खान को मुंह तोड़ जवाब देने वाली महिला वकील आभा सिंह अब यूपी में महिलाओं की मदद करेंगी। यह मदद क़ानूनू सलाह से लेकर तमाम कानूनी अड़चनों के लिए होंगी। दरअसल आभा सिंह उत्तर प्रदेश की मूल निवासी हैं। यहां होने वाले महिला शोषण के मामले को अब वह खुद देखेंगी। वह मुंबई हाईकोर्ट में सीनियर वकील हैं।

सुनंदा पुष्कर की मौत के बारे में कहती किताब

आभा सिंह ने प्रेसक्लब में स्त्री दशा और दिशा नामक पुस्तक का विमोचन किया। इस पुस्तक में
सुनंदा पुष्कर
और
शशि थरूर
के केस का ज़िक्र है। जहां
सुनंदा पुष्कर
की मौत के बाद एम्ज़ के फ़ोरेंसिक विभाग के अध्यक्ष डॉक्टर सुधीर गुप्ता की रिपोर्ट में मौत ज़हर से होने की पुष्टि हुई। बाद में डॉक्टर सुधीर ने रहस्य
ोद्घाटन किया कि उनपर ग़लत रिपोर्ट देने के लिए काफ़ी दबाव बनाया जा रहा था। आख़िर डॉक्टर से ये पूछताछ क्यों नहीं की गयी कि रिपोर्ट बदलने का दबाव कौन बना रहा था? यह बात तो कोई अनपढ़-अज्ञानी भी समझ जाए कि पोस्ट्मॉर्टम रिपोर्ट बदलवाने की कोशिश करने वाला ही उसका हत्यारा है, फिर पुलिस क्यों ख़ामोश है?

क्यों शशि थरूर को उसी वक़्त एम्ज़ में अड्मिट होने की ज़रूरत पड़ी जब वहाँ सुनंदा का पोस्ट्मॉर्टम चल रहा था?
एम्ज़ द्वारा तीन बार विसरा की जाँच में ज़हर से मौत की पुष्टि हुई तो फिर विसरा को एक साल बाद अमेरिकन लैब में क्यों भेजा गया जिसकी रिपोर्ट में ज़हर की पुष्टि नहीं हुई?
बड़ा सवाल यह भी है कि अगर सुनन्दा की मृत्यु ड्रग ओवरडोज़ से नहीं हुई, ज़हर से नहीं हुई और किसी बीमारी से भी नहीं तो आख़िर किस वजह से हुई?..

ये अंश हैं सोशल ऐक्टिविस्ट और ऐडवोकेट आभा सिंह की पुस्तक "स्त्री दशा और दिशा" नामक किताब में है।

किताब में सुनंदा और शीना बोरा के रहस्य से पर्दा उठाया गया


सुनंदा और शीना बोरा जैसे कई रहस्यमय हाई प्रोफ़ाइल केसों के दबे-छुपे सवालों को बेबाक़ी से उठाती है उनकी किताब जो उन्होंने नसीम अंसारी कोचर के साथ लिखी है। महिलाओं को दिए गए क़ानूनी अधिकारों और उसे हासिल करने के तरीक़ों की जानकारी भी है इसमें।

रण समर फाउंडेशन के तहत महिलाओं को मिलेगी मदद

आभा सिंह ने बताया कि रण समर फाउंडेशन के तहत www.ransamar.com के तहत एक प्लेटफॉर्म दिया जाएगा जिसमें महिलाएं अपनी शिकायत बता सकती हैं। जो महिला कानूनी सलाह मांगेगी तो हमारी संस्था उसकी मदद करेगी। मैं उसके केस में पूरा सहयोग करूंगी। उन्होंने मुंबई लोकल ट्रेन में एक महिला के साथ चेन स्नेचिंक केस की चर्चा की। उस घटना में महिला की मौत हो गई थी। महिला लखनऊ की रहने वाली थी और मैंने उसका केस लड़ा और उसको न्याय दिलाया।