
युद्धवीर सिंह(बीच में) पर पद के दुरुपयोग और धोखाधड़ी के आरोप हैं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में बन रहे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम के लिए फर्जी तरीके से करार करने का मामला सामने आया है। उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के डायरेक्टर युद्धवीर सिंह पर ये फर्जी MOU करने का आरोप है।
खेल निदेशक ने की कार्रवाई की मांग
लखनऊ में इन्वेस्टर्स समिट में UPCA के पूर्व सचिव युद्धवीर सिंह ने MOU पर हस्ताक्षर किया था। खेल विभाग के अधिकारियों ने इसे खारिज करते हुए इसे एक फर्जीवाड़ा कहा है। खेल विभाग ने इस करार को सिर्फ प्रदेश सरकार को छलने वाला कहा है। खेल विभाग के निदेशक आरपीसिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र भेजकर पूर्व सचिव और यूपीसीए के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
खेल निदेशक आरपी सिंह ने अपने पत्र में मुख्यमंत्री को बताया है कि विभाग के साथ उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन की किसी भी प्रकार की बैठक स्टेडियम निर्माण को लेकर नहीं हुई है। यह पूरी तरह से सरकार को धोखा देने के लिए किया गया है।
युद्धवीर सिंह को जारी किया गया नोटिस
UPCAसचिव अरविंद श्रीवास्तव ने युद्धवीर सिंह के इस कामकाज को नियमों के बाहर बताते हुए कारण बताओ नोटिस जारी किया है। 28 मार्ट को जारी इस नोटिस का युद्धवीर सिंह को 15 दिन मैं जवाब देने को कहा गया है।
इस नोटिस में उनसे सबसे अहम सवाल यही पूछा गया है कि वह किस अधिकार से यूपी इन्वेस्टिर्स समिट में जाकर बनारस इंटरनेशन क्रिकेट स्टेडियम का MOU साइन करके आ गए।
गंजारी गांव में बन रहा स्टेडियम
वाराणसी में बन रहे अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम गंजारी गांव में बन रहा है। स्टेडियम को बनाने में करीब 400 करोड़ रुपये खर्च होंगे। जिसके लिए 32 एकड़ जमीन का अधिग्रहण हुआ है। स्टेडियम में 30 हजार लोग बैठकर क्रिकेट का आनंद ले सकेंगे। साल 2024 में ये स्टेडियम बनकर तैयार हो जाएगा।
Updated on:
02 Apr 2023 09:15 pm
Published on:
02 Apr 2023 09:14 pm
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