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बदला मौसम, बीमारी ने डाला घर में डेरा रखें स्वास्थ्य का ध्यान: डा. संजीव

तेजी के साथ मौसम में हो रहा बदलाव, दिन में हल्की धूप तो सुबह शाम ठंडी हवा और रात में मच्छरों का आतंक, बढ़ रही बीमारियां।

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लखनऊ

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Ritesh Singh

Nov 17, 2023

 खुद न बने डाक्टर, ले सलाह

खुद न बने डाक्टर, ले सलाह

मौसम में उतार चढ़ाव और तापमान में गिरावट से लोगों में बुखार, सर्दी, खांसी और गले में खराश बढ़ गई है। डायबिटीज, ब्लड प्रेशर, दिल और सांस के मरीजों को भी दिक्कत होने लगी है। 4 -5 दिन के बुखार में लोगों की प्लेटलेट्स तेजी से घट रही है। जांच में लोगों को डेंगू, मलेरिया, टाइफाइड और वायरल निकल रहा है। यह जानलेवा साबित हो रहा है।

अस्पतालों में बढ़ी मरीजों की संख्या

अस्पतालों के मेडिसिन विभाग में काफी संख्या में मरीज पहुंच रहे है। लोगों ने बुखार, सर्दी, जुकाम, खांसी, डायबिटीज आदि समस्याएं बताकर समाधान लिया। यह जानकारी देते हुए बलरामपुर अस्पताल के नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. संजीव गुप्ता ने बताया कि मौसम बदलाव, तापमान में गिरावट पर खानपान बदलने, प्लेटलेट्स बढ़ाने और डायबिटीज, बीपी में सुधार की सलाह दी।


खुद न बने डाक्टर, ले सलाह

ऐसे मौसम में जरूरी है कि किसी भी तरह की दिक्कत पर खुद डॉक्टर न बनें। न मेडिकल स्टोर से लेकर दवा खाएं। पहले विशेषज्ञ डॉक्टर को दिखाएं और उचित सलाह लें। मौसम में बदलाव से खानपान, जीवनशैली में बदलाव जरूरी होता है। गर्मी में पसीना अधिक आता है, सर्दी में नहीं आता। ऐसे में लोग कम पानी पीते है। तला भुना और गर्म चीजें अधिक खाते है। हर किसी के शरीर की जरूरत अलग-अलग होती है।

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शुगर मरीज को बीपी, लिपिड प्रोफाइल, थायराइड, गुर्दा, लिवर और आंखों की नियमित जांच करानी चाहिए। सर्दियों में उच्च रक्तचाप (हाई बीपी) से सतर्क रहने की जरूरत है, क्योंकि सर्दी में मरीज टहलने कम जा पाते है। अतः खानपान पर अधिक ध्यान देना चाहिए।

इस मौसम बढ़ी कई बीमारियां

बलरामपुर अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डा. हिमांशु चतुर्वेदी ने बताया कि बदलती जीवनशैली, अनियमित खानपान, दिनचर्या से डायबिटीज और उच्च रक्तचाप तेजी से घेर रहा है। आनुवंशिक होने के अलावा कम उम्र के युवाओं में डायबिटीज, उच्च रक्तचाप, कार्डियोवैस्कुलर, न्यूरोपैथी, स्ट्रोक बढ़ा है। आधे से ज्यादा लोग डायबिटीज से अंजान है।

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उन्हें पता ही नहीं कि उन्हें शुगर है, जिनको पता है, उनमें आधे से ज्यादा की शुगर कंट्रोल नहीं है। अतः जरूरत है कि डायबिटीज के प्रति लोगों को जागरूक किया जाए। खानपान, जीवनशैली के बारे में बताया जाए ताकि डायबिटीज के दुष्परिणामों को रोका जा सके।

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