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Suicide: समाजवादी पार्टी के पूर्व नगर अध्यक्ष मुजीबुर्रहमान बबलू ने की आत्महत्या, कैंसर से जूझते हुए उठाया कदम

Suicide: समाजवादी पार्टी के पूर्व नगर अध्यक्ष मुजीबुर्रहमान बबलू ने कैंसर की बीमारी से तंग आकर लाइसेंसी रिवाल्वर से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। बीमारी के कारण लंबे समय से मानसिक और शारीरिक पीड़ा झेल रहे बबलू के निधन से उनके परिवार, पार्टी और समर्थकों में शोक की लहर है।

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लखनऊ

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Ritesh Singh

Jan 10, 2025

मुजीबुर्रहमान बबलू ने लाइसेंसी रिवाल्वर से खुद को मारी गोली

मुजीबुर्रहमान बबलू ने लाइसेंसी रिवाल्वर से खुद को मारी गोली

Suicide: समाजवादी पार्टी के पूर्व नगर अध्यक्ष मुजीबुर्रहमान बबलू ने कैंसर की बीमारी से तंग आकर लाइसेंसी रिवाल्वर से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। यह घटना पूरे क्षेत्र में शोक और आक्रोश का कारण बन गई है। उनकी बीमारी और मानसिक पीड़ा ने उन्हें इस चरम कदम उठाने पर मजबूर कर दिया।

मुजीबुर्रहमान बबलू का राजनीतिक सफर और निजी जीवन

मुजीबुर्रहमान बबलू समाजवादी पार्टी के एक जाने-माने नेता थे। वह नगर अध्यक्ष के पद पर रहते हुए पार्टी की विचारधारा को जन-जन तक पहुंचाने में सफल रहे। उनके नेतृत्व में पार्टी ने क्षेत्र में महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की। लेकिन बीते कुछ वर्षों से वे कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे थे, जिसने उनके जीवन को कठिन बना दिया। उनके परिवार के करीबी सूत्रों के अनुसार, कैंसर की बीमारी ने न केवल उनके शारीरिक स्वास्थ्य को प्रभावित किया, बल्कि मानसिक रूप से भी उन्हें तोड़ दिया। इलाज के बावजूद बीमारी में सुधार नहीं होने से वे निराशा में डूब गए।

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घटना का विवरण

यह दुखद घटना उनके घर पर घटी, जहां बबलू ने लाइसेंसी रिवाल्वर से खुद को गोली मार ली। परिवार के सदस्य और पड़ोसी आवाज सुनकर दौड़े और उन्हें खून से लथपथ पाया। उन्हें तुरंत स्थानीय अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने घटनास्थल से लाइसेंसी रिवाल्वर और एक सुसाइड नोट बरामद किया है। सुसाइड नोट में उन्होंने अपनी बीमारी और उससे जुड़ी पीड़ा को अपने जीवन समाप्त करने का कारण बताया है।

बीमारी और मानसिक संघर्ष

कैंसर जैसी गंभीर बीमारी ने उनके जीवन को बेहद कठिन बना दिया था। बीमारी के चलते वे शारीरिक और मानसिक तनाव में जी रहे थे। कैंसर के इलाज में लगने वाला समय, दर्द और खर्च ने उनके मानसिक स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव डाला। यह भी पता चला है कि बीमारी के कारण वे समाज और राजनीति से धीरे-धीरे दूरी बना रहे थे।

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परिवार और राजनीतिक क्षेत्र में शोक

उनके आकस्मिक निधन से परिवार और राजनीतिक क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है। समाजवादी पार्टी के नेताओं ने इसे पार्टी के लिए बड़ी क्षति बताया। उनके सहयोगियों ने उनके संघर्ष और पार्टी में उनके योगदान को याद करते हुए कहा कि वे हमेशा एक मजबूत और निष्ठावान नेता के रूप में याद किए जाएंगे।

आत्महत्या: एक गंभीर मुद्दा

यह घटना आत्महत्या और मानसिक स्वास्थ्य के प्रति समाज की जिम्मेदारी की ओर ध्यान आकर्षित करती है। कैंसर जैसी बीमारियों से जूझ रहे व्यक्तियों को शारीरिक इलाज के साथ-साथ मानसिक सहारा भी देना आवश्यक है।

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पुलिस की कार्रवाई और आगे की जांच

पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है। सुसाइड नोट को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि क्या किसी अन्य कारण ने उन्हें इस कदम के लिए प्रेरित किया।

शोक संदेश और अंतिम संस्कार

मुजीबुर्रहमान बबलू के अंतिम संस्कार में बड़ी संख्या में राजनीतिक और सामाजिक कार्यकर्ता शामिल हुए। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की और उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।