13 नवंबर से होगी सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में दाखिल याचिका में सीबीआई की एफआईआर को आधार बनाते हुए वरिष्ठ अधिवक्ता कामिनी जायसवाल ने इस मामले की सुनवाई का आग्रह किया। सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को नोटिस जारी कर पूछा है कि क्यों न इस मामले की जांच के लिए पूर्व जज की अध्यक्षता में एक एसआईटी का गठन किया जाए, जिसकी जांच सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में हो। इस पूरे मामले की सुनवाई संविधान पीठ 13 नवंबर से शुरू करेगी।
पूर्व जज को भेजा जा चुका है जेल दायर याचिका में हाईकोर्ट के पूर्व जज इशरत मसरूर कुद्दुसी का नाम सामने आया है। कुद्दुसी पर सुप्रीम कोर्ट के जज के नाम पर रिश्वत लेने का आरोप है। सीबीआई कुद्दुसी के अलावा इंस्टीट्यूट के मालिक बीपी यादव, उनके बेटे पलाश यादव, बिचौलिए विश्वनाथ अग्रवाल, भावना पांडेय, हवाला आपरेटर राम देव सारस्वत को पूर्व में गिरफ्तार कर चुकी है। जांच एजेंसी ने नई दिल्ली, लखनऊ और भुवनेश्वर स्थित ठिकानों पर छापे मारे थे। छापेमारी में 1.91 करोड़ रूपये की बरामदगी हुई थी।
यह भी पढ़ें – योगी सरकार के इस फैसले के बाद कई मंत्री हो जायेंगे बेरोजगार यह भी पढ़ें – बोले यूपी के खौफजदा सांसद – मुझ पर चल रही थी गोलियां, पुलिस संभाल रही थी टोपी