
स्वाइन फ्लू का कहर, बचने के लिये करें ये काम
लखनऊ. स्वाइन फ्लू के बढ़ते प्रकोप के चलते स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। प्रदेश में इसके आठ नए मरीज मिले हैं जिसमें से सात लखनऊ के हैं। एक जनवरी से अभी तक स्वाइन फ्लू के 112 मरीज सामने आ चुके हैं और इसमें से एक की मौत हुई है। डिप्टी सीएमओ डॉ. केपी त्रिपाठी ने बताया कि महानगर क्षेत्र में रहने वाले पुलिस विभाग में डीजी के पद पर तैनात 55 वर्षीय आइपीएस के अलावा इंदिरानगर की 66 वर्षीय बुजुर्ग, त्रिवेणी नगर में रहने वाले 26 वर्षीय युवक, गीतापल्ली आलमबाग में ढाई वर्षीय शिशु, अलीगंज में रहने वाले 55 वर्षीय पुरुष, चौक में रहने वाली 53 वर्षीय महिला, हसनगंज में रहने वाले 58 वर्षीय पुरुष शामिल हैं। इसके अलावा बरेली में रहने वाले एक 35 वर्षीय युवक को भी स्वाइन फ्लू हो गया है। एक जनवरी से लेकर अभी तक करीब 112 लोगों में स्वाइन फ्लू हुआ है और एक व्यक्ति की मौत हुई है। फिलहाल स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्वाइन फ्लू से बचाव के लिए जागरूकता कार्यक्रम चलाया जा रहा है।
जागरूक करने के लिये चलाया जा रहा जागरूकता अभियान
तमाम दावों के बावजूद स्वाइन फ्लू पर काबू न पाने के चलते जागरूकता अभियान शुरू किया गया है। हजरतगंज स्थित शॉपिंग मॉल सहित शहर के अन्य हिस्सों में स्थित शॉपिंग मॉल में आने वाले लोगों को स्वाइन फ्लू से बचाव के पंफ्लेट दिए गए। वहीं, करीब पांच सौ आशा बहुओं को स्वाइन फ्लू के एन1एच1 वायरस से किस तरह बचाव करें, उसकी ट्रेनिंग भी दी जा रही है।
स्वाइन फ्लू के लक्षण
स्वाइन फ्लू के लक्षण वैसे तो तो सामान्य होता है। स्वाइन फ्लू के लक्षण वैसे तो तो सामान्य जुकाम जैसे ही होते हैं। इस दौरान 100.4°F तक की बुखार आती है। भूख कम हो जाती है और नाक से पानी बहता है। कुछ लोगों को गले में जलन, उल्टी और डायरिया भी हो जाता है। जिस किसी को भी स्वाइन फ्लू होता है उसमें उपरोक्त लक्षण जरूर दिखाई देते हैं।
क्या रखें सावधानी
स्वाइन फ्लू से संक्रमित व्यक्ति को अपना मुंह ढ़ंककर रहना चाहिए। बाकी लोग साफ-सफाई का ध्यान रखें और भीड़भाड़ में अपना मुंह ढ़ंक कर निकलें। लक्षण होने पर पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थ लें और खुद से कोई दवा न लें।
लक्षण दिखने पर करें ये काम
स्वाइन फ्लू से पहले और बाद में अगर आप सावधानी रखेंगे तो इस बीमारी से बचा जा सकता है। अगर इस बीमारी के लक्षण दिखाई दें तो घबराएं नहीं क्योंकि इसका इलाज संभव है। यह एक संक्रमण बीमारी है जो इंसान से इंसान को लगती है। जब कोई स्वाइन फ्लू का मरीज छींकता है तो उसके आसपास 3 फीट की दूरी तक खड़े व्यक्तियों के शरीर में इस फ्लू का वायरस प्रवेश कर जाता है। अतः आप मरीज से कम से कम 6 फीट की दूरी बना कर रखें। यदि कोई व्यक्ति अपने छींकते समय मुंह और नाक को हाथ से ढक लेता है तो फिर यदि वह जहां कहीं भी उस हाथ को लगाता है (दरवाजे, खिड़कियां, मेज, कीबोर्ड इत्यादि) वहां यह वायरस चिपक जाता है और फिर वहां से किसी अन्य व्यक्ति के हाथों पर लगकर शरीर में दाखिल हो जाता है।
तो तुरंत एच1एन1 जांच कराएं
जानकारों के मुताबिक अगर सर्दी, खांसी और बुखार के अलावा डायरिया हो जाए तो स्वाइन फ्लू का पता लगाने के लिए तुरंत एच1एन1 की जांच करानी चाहिए। डॉक्टर के मुताबिक स्वाइन फ्लू में बुखार के साथ सर्दी जुकाम, सांस लेने में परेशानी होती है। गले में दर्द भी हो सकता है। उन्होंने बताया कि कम प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों को यह बीमारी तेजी से हो सकती है। डॉक्टर नवल के मुताबिक इसके लक्षण होने पर डॉक्टर को दिखाने के अलावा आराम करना, खूब पानी पीना, शरीर में पानी की कमी न होने देना इससे बचाव का सबसे बेहतर उपाय है।
Published on:
16 Feb 2019 01:52 pm
बड़ी खबरें
View Allलखनऊ
उत्तर प्रदेश
ट्रेंडिंग
