
दरअसल, हर साल देशभर से हजारों-लाखों लोग चारधाम यात्रा करते हैं। ऐसे में इस बार उत्तराखंड परिवहन विभाग ने यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए कुछ नियमों में बदलाव किया है। साथ ही देश-विदेश से आने वाले तीर्थ यात्रियों से अपील की है कि वह यात्रा शुरू करने से पहले इन नियमों का पालन जरूर करें। ऐसा नहीं करने पर तीर्थ यात्रियों की गाड़ी को यात्रा पर जाने की किसी भी सूरत में अनुमति नहीं दी जाएगी।
ग्रीन कार्ड और ट्रिप कार्ड बनवाना जरूरी
चार धाम यात्रा पर जाने वाली कमर्शियल गाड़ियों के लिए ग्रीन कार्ड और ट्रिप कार्ड बनवाना अनिवार्य है। परिवहन विभाग ने एनआईसी के सहयोग से तैयारी पूरी कर दी है। इस बार साफ्टवेयर को अपडेट भी किया गया। प्रदेश के किसी भी आरटीओ या एआरटीओ दफ्तर में ग्रीन कार्ड बनवाया जा सकता है।
आरटीओ प्रशासन सुनील शर्मा ने बताया कि ग्रीन कार्ड के लिए आवेदन ऑनलाइन ही करना होगा। परिवहन विभाग के कार्यालय में वाहन की फिटनेस होगी। फिटनेस टेस्ट में पास करने के बाद ही वाहनों को ग्रीन कार्ड जारी किया जाएगा। जबकि ट्रिप कार्ड ऑनलाइन ही जारी कर दिया जाएगा। आवेदक को greencard.uk.gov.in जाकर आवेदन करना होगा।
इनके लिए जरूरी है ग्रीन और ट्रिप कार्ड
ग्रीन और ट्रिप कार्ड सभी कॉमर्शियल वाहनों के लिए जरूरी है। ग्रीन कार्ड के लिए फीस तय है। इसमें छोटे वाहनों के लिए 400 और बड़े वाहनों के लिए 600 रुपये फीस जमा करनी होगी। इसके अलावा 50 रुपये यूजर चार्ज भी देना होगा।
चारधाम यात्रा के लिए कब बनेंगे ग्रीन कार्ड और ट्रिप कार्ड
देश-विदेश से चार धाम यात्रा रूट पर जाने वाली तीर्थ यात्रियों की कमर्शियल गाड़ियों के ग्रीन कार्ड और ट्रिप कार्ड बनाने के लिए उत्तराखंड सरकार की ओर से पूरी तैयारी कर ली गई। कमर्शियल गाड़ियों के लिए ग्रीन कार्ड और ट्रिप कार्ड सोमवार 03 अप्रैल से बनाए जाएंगे। उत्तराखंड सरकार की ओर से सख्त हिदायत दी गई है कि इन कार्डों के बिना किसी भी कमर्शियल गाड़ियों को यात्रा रूट पर जाने की अनुमति नहीं दी जाए।
ऐसे बनेगा ट्रिप कार्ड
ट्रिप कार्ड ड्राइवर और उसका लाइसेंस वैध होना चाहिए। कार्ड में ड्राइवर के साथ ही यात्रियों की जानकारी होती है। ट्रिप कार्ड चारधाम के लिए दस, तीन के लिए सात, दो के लिए पांच और एक धाम के लिए तीन के लिए बनेगा।
ऐसे बनाए जाएंगे वाहनों के ग्रीन कार्ड
ग्रीन कार्ड बनाने के लिए वाहन के सभी प्रपत्र परमिट, बीमा, फिटनेस, पंजीयन समेत सभी प्रपत्र वैध होने चाहिए। इसके बाद ऑनलाइन आवेदन करना होगा। वाहन साफ्टवेयर से सभी कागजात का मिलान होगा। इसके बाद किसी भी परिवहन दफ्तर में आकर वाहन की फिटनेस करवानी होगी।
यहां वाहन के फिट होने के बाद ही ग्रीन कार्ड जारी होगा। यह कार्ड पूरे यात्राकाल के लिए वैध होगा, यदि इस बीच वाहन के किसी प्रपत्र की वैधता खत्म होती है तो कार्ड भी अमान्य हो जाएगा, लेकिन वाहन मालिक प्रपत्र की वैधता बढ़ाकर उसे वेबसाइट में अपलोड कर सकता है।
ऋषिकेश के आरटीओ प्रशासन सुनील शर्मा ने बताया "पिछले साल चारधाम यात्रा काल के दौरान 20283 ग्रीन कार्ड बनाए गए थे। इसमें 12000 हजार लोकल वाहनों के ग्रीन कार्ड भी शामिल थे। चारधाम यात्रा में ग्रीन कार्ड बनाने के लिए परेशानी न हो इसके लिए एआरटीओ दफ्तर ऋषिकेश में इस बार अलग सेक्शन बनाया गया है।"
चारों धामों के कपाट खुलने की यह है तारीख
बदरीनाथ-केदारनाथ के बाद नवरात्रि के मौके पर गंगोत्री, और यमुनोत्री धामों के कपाट खुलने की तारीख का ऐलान हो गया है। तीर्थ यात्रियों के लिए दोनों धामों के कपाट आगामी 22 अप्रैल 2023 को खुलेंगें। चैत्र प्रतिपदा एवं नवरात्र के शुभ अवसर पर विश्व प्रसिद्ध गंगोत्री धाम के कपाट खुलने का शुभ मुहूर्त निकाला गया था।
बदरीनाथ और केदरानाथ धामों के कपाट खुलने की घोषणा पहले ही हो चुकी है। बदरीनाथ धाम के कपाट 27 अप्रैल को तीर्थ यात्रियों के लिए खोले जाएंगे। जबकि, केदारनाथ धाम के कपाट 25 अप्रैल को खुलेंगे। धामों के कपाट खोलने से पहले प्रशासन की ओर तैयारियां पूरी जोर से की जा रही है।
व्हाट्सअप सहित इन विकल्पों से कराएं पंजीकरण
यात्रियों को आधार कार्ड के साथ यात्रा करनी होगी। पंजीकरण में भी आधार कार्ड नंबर दर्ज करना होगा। यात्री वेबसाइट registrationandtouristcare.uk.gov.in पर पंजीकरण करा सकेंगे। व्हाट्सअप नंबर 8394833833 पर पंजीकरण का विकल्प रहेगा। टोल फ्री नंबर 01351364 के साथ मोबाइल एप touristcareuttarakhand को डाउनलोड कर भी पंजीकरण किया जा सकेगा।
Updated on:
02 Apr 2023 07:50 pm
Published on:
02 Apr 2023 07:49 pm
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