
आवास विकास परिषद के उप आवास आयुक्त डॉक्टर अनिल कुमार ने कहा कि आवास विकास से बिना जानकारी लिए इन बिल्डर्स की योजनाओं में संपत्ति नहीं खरीदें
पत्रिका न्यूज नेटवर्क
लखनऊ. आवास विकास परिषद ने लखनऊ के 33 बिल्डरों को डिफाल्टर घोषित किया है। इनके पास आवास विकास का 360.55 करोड़ रुपए फंस गया है। पूर्व में आवास विकास इन सभी को कई बार नोटिस जारी कर चुका है, अब इनके खिलाफ आरसी (वसूली प्रमाण पत्र) जारी करेगा। ऐसे में अगर आप राजधानी में प्लाट या मकान खरीदने जा रहे हैं तो पहले पूरी जानकारी कर लें। साथ ही यह भी जान लें जिस बिल्डर्स से आप बात कर रहे हैं तो कहीं वह डिफाल्टर तो नहीं है।
आवास विकास परिषद ने जिन 33 बिल्डर्स को नोटिस जारी किया था, इन्हें परिषद ने अपनी वृंदावन योजना में बड़ी संख्या में प्रॉपर्टी डीलरों व बिल्डरों को नीलामी से प्लॉट बेचे हैं। कई नोटिसों के बावजूद अब यह आवास विकास को बकाया पैसा नहीं दे रहे हैं। विभाग इन सभी के लिए आरसी जारी करने की तैयारी में है।
नहीं तो होगी मुश्किल
आवास विकास ने इन बिल्डर्स के बारे में लोगों को आगाह किया है। आवास विकास परिषद के उप आवास आयुक्त डॉक्टर अनिल कुमार ने कहा कि आवास विकास से बिना जानकारी लिए इन बिल्डर्स की योजनाओं में संपत्ति नहीं खरीदें। अगर इनसे संपत्ति खरीद ली तो आगे आपको दिक्कत हो सकती है। इनमें रहने वाले लोगों से भी भू राजस्व के बकाये की तरह वसूली की जाएगी। लखनऊ के 33 बिल्डर्स कौन हैं, जिन्हें डिफाल्टर घोषित किया गया है। यह जानने के लिए उत्तर प्रदेश आवास विकास परिषद कार्यालय से संपर्क करें।
Updated on:
09 Feb 2021 12:53 pm
Published on:
09 Feb 2021 12:39 pm
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