12 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

UP बोर्ड की कॉपियां चेक करने के बाद भी शिक्षकों का 8 करोड़ से ज्यादा पेमेंट बकाया

यूपी बोर्ड में बजट की कमी के चलते कॉपियों का मूल्यांकन करने वाले शिक्षकों को उनका वेतन नहीं मिल पाया है। शिक्षकों का 8 करोड़ से ज्यादा पारिश्रमिक बकाया है, जो साल 2018, 2019 और 2020 का है।

2 min read
Google source verification

लखनऊ

image

Jyoti Singh

Oct 05, 2022

up_board_teachers_not_get_payments_even_after_checking_the_copies.jpg

UP board teachers not get payments even after checking the copies

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (UP Board) की कॉपियों का मूल्यांकन किए कई महीने बीत गए। लेकिन अब तक शिक्षकों को उनका वेतन नहीं मिल पाया है। दरअसल, बजट के अभाव के कारण कॉपियों के मूल्यांकन में शिक्षकों का 8 करोड़ से ज्यादा पारिश्रमिक बकाया है। ये पूरा पेमेंट साल 2018, 2019, 2020 का है। जिसे लेकर शिक्षकों में भी निराशा है। बता दें कि ये जानकारी प्रदेश सरकार ने सदन में मानसून सत्र के दौरान दी है। साथ ही सरकार ने सदन को आश्वस्त भी किया कि समय से भुगतान न करने वाले अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

यह भी पढ़े - BHU में एक साल की इंटर्नशिप योजना शुरू हुई, छात्रों को प्रतिमाह मिलेंगे 20 हजार रुपए

शत-प्रतिशत शिक्षकों का मूल्यांकन नहीं

गौरतलब है कि प्रदेश में कई जिले ऐसे हैं, जहां यूपी बोर्ड की कॉपी को चेक करने के बावजूद पेमेंट के लिए अभी तक शत-प्रतिशत शिक्षकों का मूल्यांकन नहीं हो पाया है। जिसे गंभीरता से लेते हुए सरकार ने समय से भुगतान न करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है। बता दें कि इन शिक्षकों को 2018 का 48,02,704 रुपये का भुगतान नहीं हुआ है। 2019 का 4,11,53,761 जबकि साल 2020 का 4,98,22,301 रुपये का भुगतान नहीं हुआ है। ऐसे में शिक्षिकों का इन तीनों वर्षों का कुल 8,98,22,301 रुपये का भुगतान अभी बकाया है।

बकाया के लिए परिषद को भेजा मांग पत्र

पिछले साल 2021 में आयोजित अंक सुधार परीक्षा के लिए सभी जिलों को धनराशि का पूरा आवंटन किया जा चुका है। इसमें कोई भी भुगतान शेष नहीं बचा है। इस साल के भुगतान के लिए भी सभी डीआईओएस को पेमेंट दिया जा चुका है। आपको बता दें कि यूपी बोर्ड में कॉपियों को चेक करने के लिए दिया जाने वाला पारिश्रमिक वेतन सीबीएसई बोर्ड से काफी कम हैं यही कारण है कि अधिकतर शिक्षक पारिश्रमिक कम होने के बाद भी समय से भुगतान न होने से कॉपी जांचने से बचते हैं। इस पर डीआईओएस प्रवीण कुमार मिश्र ने बताया कि उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के बकाया भुगतान के लिए परिषद को मांग पत्र भेजा है। जल्द भुगतान आने की संभावना है।

यह भी पढ़े - UP: इस बार स्कॉलरशिप भरने से पहले छात्र इन बातों का खास रखें ध्यान, वरना अटक जाएगा पैसा


बड़ी खबरें

View All

लखनऊ

उत्तर प्रदेश

ट्रेंडिंग