
UP government's van will Move districts and mass movement for water conservation started
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को जल सरंक्षण के लिए उत्तर प्रदेश में एक बड़े अभियान शभारंभ किया है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने भूजल सप्ताह के अंतगर्त जल संरक्षण और पर्यावरण संरक्षण की जागरूकता के लिए अपने सरकारी आवास से डिजिटल भूजल रथों को रवाना किया है। सीएम योगी भूजल सप्ताह के अवसर पर अटल भूजल योजना के तहत डिजिटल भूजल रथ के फ्लैग ऑफ कार्यक्रम में जल सरंक्षण की योजनाओं को बताया। ज्यादा से ज्यादा वाटर हार्वेंस्टिंग प्लांट लगाने के लिए अपील की।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भूगर्भ जल सप्ताह के शुभारंभ पर संबोधित करत हुए कहा कि इस अभियान के तहत अपनी पुरातन सभ्यता को जीवित करने का अभियान प्रारंभ करना है। हमारे देश के हर प्रांत में जल संरक्षण की परंपरागत पद्धतियां थी। उन्होंने कहा कि इस अभियान के माध्यम से हमारा प्रयास है कि उन पुरानी जल संरक्षण की पद्धतियों को दोबारा से जीवित किया जा सके। इसके लिए भूजल रथ जगह-जगह पर जाकर लोगों के अधिक से अधिक जागरूक करेंगे। कार्यक्रम में जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह और प्रमुख सचिव अनुराग श्रीवास्तव भी मौजूद रहे। जल शक्ति मंत्री ने डिजिटल भूजल रथ के फ्लैग ऑफ पर कहा कि जल संरक्षण एवं संवर्धन के लिए सरकारी योजनाओं के साथ-साथ जन समुदाय को भी जन आन्दोलन से जोड़ना होगा।
26 विकासखंडों के 550 ग्राम पंचायतों तक पहुंचेगा रथ
प्रदेश में 16 से 22 जुलाई तक भूजल सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है। मुख्यमंत्री के अनुसार इस अभियान के अंतर्गत अधिक से अधिक लोगों को जोड़ने का प्रयास है। सीएम ने कहा कि उत्तर प्रदेश के अंदर हमने डिजिटल भूजल रथ को दस जनपद के 26 विकासखंडों के 550 ग्राम पंचायतों तक पहुंचाने का कार्यक्रम शुरू हो गया है। डिजिटल रथ के माध्यम से इस अभियान को गति प्रदान की जा रही है।
इन जिलों को किया गया शामिल
अटल भूजल योजना के तहत यूपी सरकार का प्रयास है कि अधिक से अधिक जिलों में जागरूकता कार्यक्रम संचलित हो। इस अभियान के माध्यम से जल संरक्षण की पद्धतियों को जीवित करने की अपील होगी। यह जागरूकता वैन दस जिलों में जाएगी। इनमें ललितपुर, मेरठ, शामली, मुजफ्फरनगर, झांसी, महोबा, हमीरपुर, बांदा, चित्रकूट व बागपत को शामिल किया गया है।
ऐसे किया जाएगा जागरूक
प्रदेश में जल सरंक्षण के लिए लोगों को जागरूक करने के अलग अलग तरीके खोजे गए हैं। डिजिटल भूजल रथ पर चलचित्र, ऑडियो-वीडियो के माध्यम से ग्रामीण समुदाय को भूजल प्रबंधन के विभिन्न उपायों की जानकारी दी जाएगी। लोग इन्हें देखकर और सुनकर समझ पाएंगे कि अपने-अपने गांव में जल संरक्षण के विभिन्न उपायों को कैसे करें। डिजिटल भूजल रथ के अलावा अनेक जन जागरूकता कार्यक्रम जैसे- जागरूकता रैली, प्रतियोगिता, खेल, जल शपथ, जन सभा, गोष्ठी, कार्यशाला, नुक्कड़ नाटक के आयोजन भी किये जा रहे हैं। इसमें छात्र-छात्राएं और सामाजिक संस्थाएं मदद करेंगी।
Updated on:
17 Jul 2022 03:08 pm
Published on:
17 Jul 2022 03:06 pm
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