7 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

UP Government: मत्स्य पालकों के बच्चों की पढ़ाई का खर्च उठाएगी UP सरकार: इंटर से पीजी तक की फीस प्रतिपूर्ति योजना शुरू

UP Education: उत्तर प्रदेश सरकार ने मत्स्य पालकों के बच्चों के लिए शिक्षा में सहायता प्रदान करने के लिए एक नई योजना की शुरुआत की है। इस योजना के तहत, इंटरमीडिएट से स्नातकोत्तर तक के छात्रों को फीस में 10,000 से 50,000 रुपये तक की प्रतिपूर्ति दी जाएगी।

2 min read
Google source verification

लखनऊ

image

Ritesh Singh

Jan 26, 2025

शिक्षा के क्षेत्र में यूपी सरकार की नई पहल

शिक्षा के क्षेत्र में यूपी सरकार की नई पहल


UP Government Matsyapalak Yojana: उत्तर प्रदेश सरकार ने मत्स्य पालकों के बच्चों की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण योजना शुरू की है। इस योजना के तहत, इंटरमीडिएट से लेकर स्नातकोत्तर (पीजी) स्तर तक के छात्रों की फीस का भुगतान राज्य सरकार करेगी। योजना का लाभ उन छात्रों को मिलेगा जो किसी अन्य सरकारी योजना से लाभान्वित नहीं हो रहे हैं।

यह भी पढ़ें: ई-श्रम कार्ड धारकों के लिए मुआवजे का आवेदन: 31 मार्च तक करें,जानें किसको मिलेगा लाभ

दशमोत्तर शुल्क प्रतिपूर्ति योजना का विस्तार

  • शुल्क प्रतिपूर्ति की सीमा: दशमोत्तर शुल्क प्रतिपूर्ति योजना के तहत छात्रों को 10,000 रुपये से 50,000 रुपये तक की राशि प्रदान की जाएगी। यह योजना विशेष रूप से मत्स्य पालन करने वाले समुदायों के लिए तैयार की गई है।
  • लाभार्थी समुदाय: इस योजना का लाभ निषाद, रैकतार, मांझी, बिंद, धीगर, कश्यप, केवट, तुरैहा, मल्लाह, गोंडिया, और कहार जैसे समुदायों के छात्रों को मिलेगा। ये समुदाय ज्यादातर मत्स्य पालन और जल संसाधनों पर निर्भर हैं।

योजना का लाभ उठाने की प्रक्रिया

  • ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया: योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए लाभार्थियों को विभागीय पोर्टल पर आवेदन करना होगा। आवेदन करते समय छात्रों को एसडीएम द्वारा जारी जाति और आय प्रमाण पत्र अपलोड करना अनिवार्य होगा।
  • महत्वपूर्ण निर्देश: प्रमुख सचिव मत्स्य, रविंद्र नायक, ने महानिदेशक को निर्देश जारी करते हुए कहा कि योजना का लाभ पात्र छात्रों को समय पर मिलना चाहिए।

क्यों है यह योजना महत्वपूर्ण?

शिक्षा के अवसरों का विस्तार: यह योजना शिक्षा को बढ़ावा देने और आर्थिक रूप से पिछड़े समुदायों के बच्चों को मुख्यधारा में लाने का एक प्रयास है। इंटरमीडिएट से लेकर स्नातकोत्तर तक की पढ़ाई के लिए वित्तीय सहायता उपलब्ध कराना छात्रों की उच्च शिक्षा तक पहुंच सुनिश्चित करेगा।

आर्थिक बोझ कम करना
मत्स्य पालन से जुड़े परिवारों के लिए बच्चों की पढ़ाई का खर्च उठाना एक चुनौती है।
इस योजना से आर्थिक बोझ कम होगा और बच्चों को बेहतर भविष्य के लिए प्रेरित किया जाएगा।

यह भी पढ़ें: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सरकारी आवास पर किया ध्वजारोहण, देशभक्ति का संकल्प दोहराया

समुदायों का सशक्तिकरण
यह योजना न केवल शिक्षा को बढ़ावा देती है बल्कि निषाद, मांझी, कश्यप, और अन्य समुदायों को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

शासन की प्रतिबद्धता

योगी सरकार का विजन: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सरकार शिक्षा, स्वास्थ्य, और रोजगार के क्षेत्रों में तेजी से काम कर रही है।महिला सशक्तिकरण और युवाओं के कौशल विकास के लिए भी कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। यह योजना राज्य के वंचित वर्गों को मुख्यधारा में लाने की दिशा में एक और प्रयास है।

यह भी पढ़ें: यूपी के लोगों को जल्द सस्ते में मिलेगा अपना घर, योगी सरकार का बड़ा फैसला

महत्वपूर्ण बिंदु

  • शिक्षा को बढ़ावा: मत्स्य पालकों के बच्चों को इंटर से पीजी तक की फीस का भुगतान सरकार करेगी।
  • समुदायों को लाभ: निषाद, मांझी, कश्यप, और अन्य समुदायों को विशेष लाभ।
  • शुल्क प्रतिपूर्ति: छात्रों को 10,000 से 50,000 रुपये तक की फीस प्रतिपूर्ति।
  • आवेदन प्रक्रिया: विभागीय पोर्टल पर आवेदन, जाति और आय प्रमाण पत्र अनिवार्य।
  • सरकारी प्रतिबद्धता: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में शिक्षा और सशक्तिकरण पर जोर।