
पत्रिका न्यूज नेटवर्क
लखनऊ. उप्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में रिकॉर्ड जीत हासिल की है। भाजपा ने 75 में से 66 सीटें जीतते हुए सपा के 63 सीटों के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है। भाजपा के 21 प्रत्याशी पहले ही निर्विरोध चुन लिए गए थे। शनिवार को 53 जिलों में हुए मतदान में मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी को महज पांच सीटों पर ही संतोष करना पड़ा। भाजपा की सहयोगीअपना दल (एस) को भी दो में से एक सीट पर विजय मिली है। रालोद के खाते में एक, जनसत्ता दल को एक और निर्दलीय को एक सीट मिली है। कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया है, उसे एक भी सीट नहीं मिल पायी।
यहां नहीं खिल सका कमल
संतकबीर नगर, बलिया, आजमगढ़, एटा में सपा ने जीत दर्ज की है। प्रतापगढ़ में राजाभैया की पार्टी जनसत्ता दल ने पहली बार खाता खोला है। बागपत में रालोद का प्रत्याशी जीता है। जबकि, भाजपा की सहयोगी ने अपना दल (एस) ने सोनभद्र जिले में जिला पंचायत बनवाने में कामयाबी हासिल की है।
बच गया इटावा का गढ़
प्रदेश के 75 जिलों में जिन 22 जिलों में निर्विरोध अध्यक्ष चुने गए, उनमें 21 भाजपा के हैं। इटावा में सपा ने अपना गढ़ बचाने में सफलता प्राप्त की है।
दलीय स्थिति
भाजपा-66
सपा-05
अपना दल 01
रालोद-01
जनसत्ता-01
निर्दलीय-01
कुल सीटें-75
Published on:
03 Jul 2021 06:34 pm
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