
Action against Mafias
पत्रिका न्यूज नेटवर्क.
लखनऊ. योगी सरकार की सख्त रवैया इस वर्ष माफियाओं पर कहर बनकर टूटी है। छोटे व बड़े, राज्य के सभी माफियाओं व अपराधियों पर कार्रवाई के रूप में उनकी करीब 758 करोड़ रुपए की संपत्ति कुर्क की गई। यह कार्रवाई मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाए जाने के आदेशों के तहत की गई। गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने कहा कि पुलिस ने राज्य भर में 758 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त कर बदमाशों के आर्थिक साम्राज्य को नष्ट कर दिया। इनमें केवल लखनऊ में ही अपराधियों से जुड़ी 88 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की गई।
अन्य शीर्ष जिलों की बात करें, तो गौतम बौद्ध नगर में 66 करोड़ रुपये, बलरामपुर में 58 करोड़ रुपये, गाज़ीपुर में 42 करोड़ रुपये, गोरखपुर में 38 करोड़ रुपये, औरैया में 31 करोड़ रुपये, जौनपुर में 29 रुपये की संपत्ति जब्त की गई। मुजफ्फरनगर में भी माफियाओं की 28 करोड़, प्रयागराज में 26 करोड़ और देवरिया में 24 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की गई। अवनीश अवस्थी ने बताया कि यह कार्रवाई उत्तर प्रदेश गैंगस्टर्स और एंटी-सोशल एक्टिविटीज (रोकथाम) अधिनियम, 1986 के तहत दर्ज मामले के अंतर्गत की गई थी।
2,703 मामले दर्ज, 8,906 हुए गिरफ्तार-
डीजीपी मुख्यालय के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार, 1 जनवरी से गैंगस्टर एक्ट के तहत 2,703 मामले दर्ज किए गए हैं, जिसके बाद 8,906 लोगों को गिरफ्तार किया गया और 445 सूचीबद्ध अपराधियों की संपत्ति जब्त की गई, जिसमें मुख्तार अंसारी, अतीक अहमद, खान मुबारक व सुंदर भाटी गिरोह के सदस्यों की संपत्तियां भी शामिल रहीं। मुख्तार अंसारी और उनके सहयोगियों की 75 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की गई व अतीक अहमद की 50 करोड़ रुपये की संपत्ति या तो जब्त कर ली गई या फिर उनपर बुलडोजर चला।
इन गैंगस्टर्स की संपत्ति भी जब्त-
सुंदर भाटी गिरोह के सक्रिय सदस्य निजामुद्दीन उर्फ निजाम, सत्यवीर बंसल और बृजेश मावी की 25 करोड़ रुपये की संपत्ति को पुलिस कमिश्नरेट ने गौतम बुद्ध नगर में गैंगस्टर एक्ट के तहत अटैच किया था। वहीं 18 आपराधिक मामले के साथ सीतापुर के गैंगस्टर रमन साहनी से जुड़ीं 6 करोड़ रुपये की संपत्ति, जब्त की गई थी। इसी प्रकार अंबेडकरनगर के गैंगस्टर खान मुबारक की 7 करोड़ रुपये की संपत्ति भी जिला प्रशासन और पुलिस ने जब्त कर ली। मुबारक के खिलाफ राज्य के कई जिलों में 35 मामले दर्ज हैं। उनके सहयोगी के करीब एक दर्जन शस्त्र लाइसेंस भी जब्त किए गए हैं। पिछले माह ही देवरिया के जिला पंचायत अध्यक्ष रामप्रवेश यादव, जिसे चार मामलों में बुक किया गया था, की 16 करोड़ रुपये की संपत्ति को प्रशासन द्वारा जब्त किया गया था।
Updated on:
31 Dec 2020 04:44 pm
Published on:
31 Dec 2020 04:31 pm
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