
खुफिया तंत्र सक्रिय: लखनऊ में बढ़ाई गई सुरक्षा, 40 से अधिक स्थानों पर बनाए गए अस्थाई चेक पोस्ट, आतंकी खतरे को देखते हुए QRT और कुराज टीम अलर्ट।
UP Security Alert: भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के मद्देनजर उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद कर दिया गया है। सेना जहां सीमा पर सतर्क है, वहीं शहर के अंदर पुलिस प्रशासन ने भी उच्च स्तरीय अलर्ट जारी कर दिया है। आतंकी गतिविधियों की आशंका को देखते हुए खुफिया तंत्र (Intelligence Network) को सक्रिय कर दिया गया है और महत्वपूर्ण स्थलों पर अस्थाई चेक पोस्ट बनाए जा रहे हैं।
इस सुरक्षा अभियान के तहत, कमिश्नरेट पुलिस लखनऊ द्वारा करीब 40 संवेदनशील व भीड़भाड़ वाले स्थानों पर विशेष निगरानी की जा रही है। इनमें कैसरबाग, अमीनाबाद, तालकटोरा, गोमती नगर, आलमबाग, एयरपोर्ट, कालीदास मार्ग, शैक्षिक संस्थान, धार्मिक स्थल, और प्रमुख चौराहे शामिल हैं।
संयुक्त पुलिस आयुक्त (लॉ एंड ऑर्डर) बबलू कुमार ने जानकारी दी कि शहर में बालू भरी बोरियों से अस्थाई चेक पोस्ट बनाए जा रहे हैं और वहां 24 घंटे सशस्त्र पुलिस बल की तैनाती की गई है। यह कदम संभावित आतंकी हमलों, संदिग्ध गतिविधियों और असामाजिक तत्वों की हरकतों पर नियंत्रण पाने के लिए उठाया गया है। इन चेक पोस्टों की स्थापना बस अड्डों, फ्लाईओवर, अंडरपास, स्कूल-कॉलेज, मंदिरों व प्रमुख प्रतिष्ठानों के पास की जा रही है ताकि हर दिशा से आने वाले संदिग्ध तत्वों की निगरानी की जा सके।
शहर में किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए अब तक 12 क्यूआरटी (Quick Response Team) गठित की जा चुकी हैं। प्रत्येक टीम में एक इंस्पेक्टर, दारोगा, टोकन धारक, कारलेस ऑपरेटर, और निगरानी डिवाइस ऑपरेटर को शामिल किया गया है। इन टीमों को इंसाज़ (INSAS) और एके-47 जैसे अत्याधुनिक हथियारों से लैस किया गया है। क्यूआरटी टीमों को ऐसी जगहों पर रणनीतिक रूप से तैनात किया गया है जहां आपातकालीन स्थिति उत्पन्न हो सकती है या भीड़भाड़ अधिक होती है।
सुरक्षा को और अधिक मजबूत करने के लिए पुलिस ने कुराज टीमों का भी गठन किया है, जिनका उद्देश्य आतंकवादी गतिविधियों से त्वरित और सटीक मुकाबला करना है। ये विशेष टीम अत्याधुनिक नाइट विजन डिवाइस, बॉडी आर्मर, GPS ट्रैकिंग उपकरण और अन्य तकनीकी हथियारों से सुसज्जित है। कुराज टीमों को विशेष प्रशिक्षण दिया गया है और यह टीम किसी भी प्रकार की घुसपैठ या हमले की स्थिति में सबसे पहले कार्रवाई करेगी।
शहर के विभिन्न संवेदनशील क्षेत्रों में ड्रोन से निगरानी की जा रही है। यह तकनीक भीड़भाड़ वाले इलाकों में संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखने में कारगर साबित हो रही है। इसके साथ ही अंतरराज्यीय बॉर्डर (interstate borders) पर पुलिस तैनात कर दी गई है और बाहर से आने वाले प्रत्येक वाहन की सख्ती से चेकिंग की जा रही है।
स्थानीय खुफिया इकाई (LIU), एटीएस, एसटीएफ और अन्य एजेंसियों को भी सतर्क कर दिया गया है। संभावित आतंकी नेटवर्क की पहचान करने के लिए साइबर मॉनिटरिंग, मोबाइल ट्रैकिंग, और इन्फॉर्मर नेटवर्क को सक्रिय किया गया है।
खुफिया एजेंसियों को यह निर्देश दिया गया है कि वे शहर में संदिग्ध व्यक्तियों की गतिविधियों पर निगरानी रखें और कोई भी सूचना मिलते ही तुरंत पुलिस नियंत्रण कक्ष को सूचित करें।
अबकी बार सुरक्षा में नई तकनीक का भी सहारा लिया गया है। शहर में लगे सीसीटीवी कैमरों की लाइव फीड को कंट्रोल रूम से जोड़ा गया है और एआई-बेस्ड फेस डिटेक्शन सिस्टम का उपयोग भी शुरू किया जा रहा है, ताकि किसी संदिग्ध व्यक्ति की पहचान तुरंत की जा सके।
पुलिस प्रशासन ने आम जनता से भी अपील की है कि वे संदिग्ध गतिविधियों या वस्तुओं के बारे में तुरंत 112 या नजदीकी पुलिस स्टेशन को सूचित करें। आम नागरिकों को सलाह दी गई है कि वे भीड़भाड़ वाली जगहों पर सतर्क रहें, अपने आसपास नजर रखें और कोई भी लावारिस वस्तु दिखे तो उसे न छुएं।
Published on:
11 May 2025 11:56 am
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