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यूपी राज्यसभा चुनाव नतीजे घोषित, भाजपा ने नौ सीटें जीती, जया बच्चन ने भी सीट की फतह, बसपा को मिली हार

भाजपा को जीतीं 9 सीट, विपक्षियों की रणनीति और समीकरण हुए ध्वस्त.  

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लखनऊ

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Abhishek Gupta

Mar 23, 2018

mayawati

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लखनऊ. राज्यसभा उपचुनाव के नतीजे घोषित हो चुके हैं और इसमें जैसा की उम्मीद लगाई जा रही थी, भाजपा ने 8 सीटों पर जीत हासिल की है, वहीं सपा को एक सीट पर फतह मिल गई है। राज्यसभा की दसवीं सीट के लिए भाजपा उम्मीदवार अनिल अग्रवाल ने बाजी मारकर चौंका दिया है। अनिल अग्रवाल को 38 वोट मिले, वहीं बसपा कैंडीडेट भीमराव अम्बेडकर को 32 वोट मिले हैं। कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना ने इस बात की पुष्टि की है।

भाजपा के उम्मीदवार और केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली , भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अनिल जैन, प्रदेश उपाध्यक्ष कांता कर्दम, अशोक वाजपेयी, सकलदीप राजभर, हरनाथ सिंह यादव, जीवीएस नरसिम्हा के साथ सपा की जया बच्चन को पहले से तयशुदा जीत नसीब हुई है। दसवीं सीट के लिए कांटे की टक्कर हुई, लेकिन अंत में भाजपा ने सभी समीकरण बिगाड़ दिए।

ये रहे विजेता-

- बीजेपी से वित्त मंत्री अरुण जेटली चुनाव जीते
- बीजेपी प्रत्याशी अनिल जैन विजयी
- बीजेपी प्रत्याशी नरसिम्हा भी चुनाव जीते
- बीजेपी की कांता कर्दम राज्यसभा सदस्य निर्वाचित
- बीजेपी के अशोक बाजपेयी चुनाव जीते
- बीजेपी के सकलदीप राजभर चुनाव जीते
- बीजेपी के विजयपाल सिंह तोमर चुनाव जीते
- बीजेपी के हरनाथ सिंह यादव चुनाव जीते
- बीजेपी के अनिल अग्रवाल भी चुनाव जीते
- सपा की जया बच्चन राज्यसभा सदस्य बनीं
- बीएसपी के भीमराव अम्बेडकर चुनाव हारे

400 नहीं 398 वोटों की हुई काउंटिंग, देर से हुई मतगणना-

मतगणना के दौरान दो वोट रद्द कर दिए गए है। इसमें बीजेपी और बसपा का एक-एक वोट को अवैध घोषित किया गया है। जिसके चलते 400 नहीं बल्कि 398 मतों की गिनती की गई थी। चुनाव में मतदान के बाद 5 बजे के बजाए दो घंटे की देरी से 7 बजे काउंटिंग शुरू हुई थी। वजह बीएसपी, समाजवादी पार्टी और भासपा की चुनाव आयोग से की गई शिकायत, जिसके बाद गिनती की प्रक्रिया रोक दी गई थी। लेकिन बाद में आयोग ने आपत्तियों को नकारा दिया। बसपा और सपा द्वारा जताई गई आपत्ति के बाद चुनाव आयोग ने वीडियो फुटेज मंगवाए जिसमें कुछ भी आपत्तिजनक न मिलने के बाद आयोग ने मतगणना फिर से शुरू करने की परमिशन दे दी।

क्रास वोटिंग का पड़ा बड़ा असर-

दसवीं सीट पर भाजपा की जीत के पीछे क्रास वोटिंग बड़ी वजह रही है। उन्नाव की पुरवा सीट से विधायक अनिल सिंह ने भी खुलेआम भाजपा के पक्ष में मतदान किया। शुक्रवार की सुबह अनिल सिंह ने सभी को दिखाकर विधानसभा के तिलक हाल में भाजपा के पक्ष में मतदान किया। अनिल का कहना है कि उन्होंने आत्मा की आवाज पर मतदान किया है। निर्दलीय विधायक अमनमणि ने भी भाजपा के पक्ष में मतदान किया है। सपा के हरदोई से विधायक नितिन अग्रवाल ने भी भाजपा को वोट दिया। जवाब में भाजपा खेमे के दो तीन विधायकों ने बसपा के खाते में वोट डालकर हिसाब बराबर कर दिया। उधर, कोर्ट के आदेश के बाद बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी और सपा के फिरोजाबाद से विधायक हरिओम यादव के मतदान पर रोक से बसपा उम्मीदवार के पक्ष के तीन वोट और कम हो गये थे। ऐसे में बसपा उम्मीदवार भीमराव अंबेडकर की जीत के लिए सिर्फ भाजपा में सेंधमारी का जरिया बचा था। निषाद पार्टी के इकलौते विधायक विजय मिश्र ने भी खुलेआम भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में मतदान किया।

राजा भैया ने सरोज के साथ सपा को दिया वोट-

ट्विट के जरिए बसपा के पक्ष में मतदान से परहेज जताने के बाद कुंडा से निर्दलीय विधायक राजा भैया ने अपने खास समर्थक और प्रतापगढ़ की बाबागंज सीट से निर्दलीय विधायक विनोद सरोज ने सपा को वोट दिया। राज्यसभा के लिए मतदान से ठीक पहले कुंडा के विधायक रघुराज प्रताप सिंह ने ट्वीट किया कि वह अखिलेश के साथ थे। इस बयान का यह मतलब नहीं लगाना चाहिए कि बसपा के साथ भी हैं। उन्होंने कहा कि उनकी विचारधारा न बदली है, न बदलेगी। अखिलेश यादव के लिए सर्वत्र हाजिर है, लेकिन राज्यसभा चुनाव में मतदान अपनी मर्जी से करूंगा। इस बयान के बाद विपक्षी खेमे में हड़बड़ी मच गई थी, लेकिन दोपहर बाद तिलक हाल पहुंचकर राजा भैया और विनोद सरोज ने सपा उम्मीदवार जया बच्चन के पक्ष में वोट।