
योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल में भी शहरों और जिलों के नाम बदलने का सिलसिला जारी रहेगा। इस तरह के संकेत मिल रहे हैं। माना जा रहा है कि उत्तर प्रदेश सरकार को विभिन्न स्थानों से करीब 12 शहरों के नाम बदलने के प्रस्ताव मिले हैं। इनमें अलीगढ़, फर्रुखाबाद, सुलतानपुर, बदायूं , फिरोजाबाद जैसे जिले भी शामिल हैं। इसी के साथ कुछ रेलवे स्टेशनों और कुछ सरकारी इंजीनियरिंग कालेजों का नाम बदलने का प्रस्ताव भी सरकार को मिल चुका है।
इस बीच विपक्ष ने आरोप लगाया है कि भाजपा सरकार सिर्फ नाम बदलने का ही काम कर रही है। सवाल उठ रहे हैं कि क्या नाम बदलने से लोगों की जिंदगी में भी कुछ बदलाव आएगा। इस सवाल के जवाब कें भाजपा का कहना है कि यह पहली बार नहीं है जब शहरों के नाम बदलने की कवायद की जा रही है। सैकड़ों साल से यह प्रक्रिया जारी है। अंग्रेजों से पहले मुगलों ने भी भारत के तमाम शहरों और गांवों के नाम बदल दिए थे। अकेले उप्र में करीब 392 शहरों, गांवों और कस्बों के नाम अकबर, हुमायूं जैसे मुगल शासकों के शासनकाल में बदल दिए गए थे।
मुगलों के नाम हैं कई शहर
मुगलकाल में जब कोई शासक किसी इलाके पर विजय हासिल करता था तब उस शहर के नाम बदल जाते थे। शहर के नाम मुगल शासक के परिवार के किसी सदस्य या फिर खुद शासक के नाम पर रख दिए गए। यूपी में गाजीपुर, जौनपुर, आजमगढ़, अलीगढ़, मुरादाबाद, इलाहाबाद, फतेहपुर,फिरोजाबाद, शाहजहांपुर, गाजियाबाद, मुजफ्फरनगर जैसे कई बड़े जिलों के नाम मुगल सल्तनतों और इनके मंत्रियों या परिवारीजनों के नाम पर रखे गए। जैसे दिल्ली सल्तनत के मुहम्मद बिन तुगलक ने अपनी राजधानी को दिल्ली से ले जाकर देवगिरी में स्थापित किया था, तो उसने देवगिरी का नाम बदल कर दौलताबाद कर दिया था। इसी तरह आगरा का नाम अकबर के नाम पर अकबराबाद कर दिया गया था। बनारस का नाम भी कुछ दिनों तक मोहम्मदाबाद रखा गया था।
704 जगहों के नाम मुगलों के नाम पर
एक अंग्रेजी अखबार में छपी रिपोर्ट के अनुसार भारत में 704 जगहों के नाम 6 मुगल शासकों के नाम पर हैं। इनमें बाबर, हुमायूं, अकबर, जहांगीर, शाहजहां और औरंगजेब जैसे शासकों के नाम शामिल है। रिपोर्ट के अनुसार अकबर के नाम पर देश में 251 गांवों और कस्बों के नाम हैं। औरंगजेब के नाम 177, जहांगीर के नाम 141, शाहजहां के नाम 63, बाबर के नाम पर 61 और हुमायूं के नाम पर 11 जगहों के नाम हैं। देश में लगभग 70 अकबरपुर, 63 और औरंगाबाद हैं। इसी तरह मुगल शासकों के नाम पर यूपी में 392 स्थानों के नाम हैं। जबकि 97 बिहार, 50 महाराष्ट्र , 38 हरियाणा, नौ आंध्र प्रदेश, तीन छतीसगढ़, 12 गुजरात, चार जम्मू-कश्मीर, तीन दिल्ली, 22 मध्य प्रदेश, 27 पंजाब, चार ओडीशा, नौ पश्चिम बंगाल, 13 उत्तराखंड और 20 राजस्थान में हैं।
Updated on:
12 Apr 2022 02:45 pm
Published on:
12 Apr 2022 02:31 pm
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