
Vikas Dubey Encounter: विकास दुबे को पुलिस दबिश की मुखबिरी करने वाला दरोगा पहुंचा सुप्रीम कोर्ट, कर दी ये मांग
कानपुर. Vikas Dubey Encounter: गैंगस्टर विकास दुबे को भले ही यूपी एसटीएफ ने मार गिराया हो, लेकिन उससे जुड़े नए-नए खुलासे लगातार हो रहे हैं। तो वहीं दूसरी तरफ कानपुर गोलीकांड में गिरफ्तार चौबेपुर थाने का बीट सब इंस्पेक्टर केके शर्मा सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। केके शर्मा ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर अपनी जान को खतरा बताया है। दरअसल एसटीएफ की जांच में खुलासा हुआ था कि दरोगा केके शर्मा और सिपाही राजीव चौधरी की उस दिन विकास दुबे से बातचीत हुई थी। जिसके बाद इस गोलीकांड को अंजाम दिया गया था।
सुप्रीम कोर्ट से की मांग
अपनी याचिका में सस्पेंड दरोगा केके शर्मा ने विकास दुबे और उसके साथियों के एनकाउंटर को देखते हुए अपनी जान को भी खतरा बताया है। शर्मा ने अदालत से सुरक्षा की मांग की है। साथ ही इस पूरे मामले की जांच यूपी पुलिस के बजाए सीबीआई या किसी दूसरी स्वतंत्र एजेंसी से कराए जाने की मांग की है। आपको बता दें कि दरोगा केके शर्मा कानपुर एनकाउंटर के वक्त मौके पर मौजूद थे, लेकिन एन वक्त पर घटना स्थल छोड़कर भाग गए थे। जिसके बाद पुलिस ने उनको और एसओ विनय तिवारी को विकास दुबे से संबंध रखने और उसके लिए मुखबरी करने और एनकाउंटर के समय पुलिस टीम की जान खतरे में डालने के आरोप में गिरफ्तार किया था।
ऑडियो से खुलासा
एक ऑडियो के सामने आने के बाद दरोगा केके शर्मा और सिपाही राजीव चौधरी को सस्पेंड कर दिया गया था। इससे पहले एसएसपी दिनेश कुमार ने चौबेपुर एसओ विनय तिवारी और दरोगा कुंवर पाल को भी निलंबित किया था। पूरे मामले में अब तक की जांच में इस बात का खुलासा हुआ है कि दबिश की मुखबिरी पुलिस विभाग से ही की गई थी। यूपी एसटीएफ ने पूर्व चौबेपुर एसओ विनय तिवारी और दरोगा केके शर्मा को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों पर 120बी के तहत एफआईआर दर्ज की गई है।
Published on:
13 Jul 2020 01:46 pm
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