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विकास दुबे व उसके सहयोगियों के काले कारनामों से उठेगा पर्दा, SIT का हुआ गठन, इन 15 सवालों का मिलेगा जवाब

कानपुर एनकाउंटर (Kanpur Encounter) मामले में विकास दुबे (Vikas Dubey) की मौत के बाद उसका कच्चा चिट्ठा खोलने के लिए सरकार ने एसआईटी (SIT) का गठन कर दिया है।

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लखनऊ

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Abhishek Gupta

Jul 11, 2020

Vikas Dubey

Vikas Dubey

कानपुर. कानपुर एनकाउंटर (Kanpur Encounter) मामले में विकास दुबे (Vikas Dubey) की मौत के बाद उसका कच्चा चिट्ठा खोलने के लिए सरकार ने एसआईटी (SIT) का गठन कर दिया है। विकास दुबे के विरूद्ध जितने भी अभियोग प्रचलित हैं, उन पर अब तक हुई प्रभावी कार्यवाही के बारे में जानने से लेकर विकास के सहयोगियों को बेनकाब करने जैसे तमाम काम विशेष अनुसंधान दल करेगा। अपर मुख्य सचिव संजय भूसरेड्डी की अध्यक्षता में एसआईट का गठन किया गया है, जिसमें एडीजी हरिराम शर्मा व डीआईजी जे. रविन्द्र गौड़ भी बतौर सदस्य के रूप में शामिल किए गए हैं। 31 जुलाई तक एसआईटी घटना से जुड़े विभिन्न बिंदुओं व प्रकरण की गहन अभिलेखीय व स्थलीय जांच कर शासन को रिपोर्ट सौंप देगी।

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कानपुर एनकाउंटर के बाद कई पुलिस अफसरों व नेताओं के उससे जुड़े होने की बात सामने आई थी। विकास दुबे कैसे यूपी का मोस्ट वांटेड अपराधी बन गया, एसआईटी इसका भी जवाब ढूंढेंगी। कानपुर पुलिस के कई अधिकारियों व कर्मियों के खेल सामने आने के साथ ही विकास दुबे के काले कारोबार का चिट्ठा भी खोला जाएगा। एसआईटी विकास दुबे के विरुद्ध चल रहे सभी मुकदमों में अब तक की गई कार्रवाई की समीक्षा करने के साथ ही यह भी जांच करेगी कि क्या इन मुकदमों में विकास व उसके साथियों को सजा दिलाने के लिए की गई कार्रवाई पर्याप्त थी।

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एसआईटी इन बातों की जांच करेगी-

- विकास दुबे पर जितने मुक़दमे हैं उनमें क्या कार्रवाई हुई?

- क्या यह कार्रवाई उसे सजा दिलाने के लिए काफी थी?

- इसकी ज़मानत रद्द कराने के लिए क्या कार्रवाई की गई?

- विकास दुबे के खिलाफ जनता की कितनी शिकायतें आईं?

- जनता की शिकायतों की किन-किन अधिकारियों ने जांच की और उसका नतीजा क्या रहा?

- पिछले एक साल में उसके संपर्क में कितने पुलिस वाले आए और उनमें से कितनों की उससे मिलीभगत थी?

- विकास दुबे पर गैंगस्टर एक्ट, गुंडा एक्ट और एनएसए लगाने में किन अफसरों ने लापरवाही बरती?

- विकास और उसकी गैंग के पास मौजूद हथियारों की जानकारी पुलिस को क्यों नहीं थी? इसके लिए कौन जिम्मेदार है?

- विकास और उसके साथियों को इतने अपराध के बावजूद किन अफसरों ने हथियार के लाइसेंस दिए?

- लगातार अपराध करने के बाद उसके लाइसेंस किसने रद्द नहीं किए?

- विकास और उसके साथियों ने गैरकानूनी ढंग से कितनी जायजाद बनाई है?

- विकास और उसके साथियों को गैरकानूनी ढंग से जायजाद बनाने देने में कौन अफसर शामिल हैं?

- क्या विकास और उसके साथियों ने सरकारी जमीन पर क़ब्ज़ा किया है?

- अगर विकास और उसके साथियों ने सरकारी जमीन पर क़ब्ज़ा किया है तो क़ब्ज़ा होने देने और क़ब्ज़ा खाली न करवाने के लिए कौन अफसर ज़िम्मेदार हैं?