यूपी में करीब 8 हजार किसानों को 92.78 करोड़ रुपये का गेहूं मूल्य भुगतान
प्रदेश में गेहूं खरीद (Wheat Purchase) की जिम्मेदारी 11 एजेंसियों को सौंपी गई थी। इनमें से चार एजेंसियों को क्रय केंद्र संचालित नहीं किया गया है जबकि सर्वाधिक केंद्र उत्तर प्रदेश सहकारी संघ (पीसीएफ) द्वारा संचालित किए जा रहे हैं।
लखनऊ. कोरोना काल में भी यूपी के किसानों से एमएसपी पर अब तक 20.50 लाख मीट्रिक टन गेहूं (Wheat) खरीदा जा सका है। प्रदेश में गेहूं खरीद की जिम्मेदारी 11 एजेंसियों को सौंपी गई थी। इनमें से चार एजेंसियों को क्रय केंद्र संचालित नहीं किया गया है जबकि सर्वाधिक केंद्र उत्तर प्रदेश सहकारी संघ (पीसीएफ) द्वारा संचालित किए जा रहे हैं। उत्तर प्रदेश खाद्य एवं रसद विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, राज्य में कुल 5612 क्रय केंद्र स्थापित किए गए हैं। करीब 9 लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीदा जा सका है। वहीं जिन एजेंसियों द्वारा क्रय केंद्र नहीं बनाए गए हैं, उनमें उत्तर प्रदेश राज्य कृषि एवं औद्योगिक निगम (यूपीएग्रो), उत्तर प्रदेश कर्मचारी कल्याण निगम, भारतीय राष्ट्रीय उपभोक्ता सहकारी संघ मर्यादित, नेशनल एग्रीकल्चर कोआपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन आफ इंडिया लिमिडेट शामिल है। गेहूं खरीद का न्यूनतम मूल्य समर्थन 1975 रुपये प्रति क्विंटल है। अब तक 8523 किसानों को 92.78 करोड़ रुपये का गेहूं मूल्य भुगतान किया जा चुका है।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये निगरानी अब तक प्रति क्विंटल दर से 46982 मीट्रिक टन गेहूं खरीदी जा चुकी है।शेष बचे किसानों को लेकर किसी प्रकार की लापरवाही न हो इसके लिए कड़े नियम बनाए गए हैं। खरीद कार्य में शिथिलता बरतने के आरोप में उपनिदेशक वाराणसी को प्रतिकूल प्रविष्टि प्रदान की गई है। अपर निदेशक प्रशासन दिलीप कुमार त्रिगुणायत के अनुसार मंडी परिषद मुख्यालय पर क्रय सेल गठित की गई है। मंडी परिषद द्वारा स्थापित सभी केंद्रों की समीक्षा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से नजर रखी जा रही है। इसी आधार पर सभी क्रय केंद्रों की समीक्षा भी हो रही है।