20 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

बिजली ठप होने पर घोड़े से निकलते थे जेई, जानिए यूपी में बिजली का इतिहास

UP News: बिजली आपूर्ति बाधित होने पर घोड़े से निकलते थे जेई। आपूर्ति ठप होने पर होती थी पैनी नजर। जानिए कैसे हुआ था उत्तर प्रदेश में बिजली का आगमन।

less than 1 minute read
Google source verification

लखनऊ

image

Aniket Gupta

Mar 18, 2023

First Electricity in Uttar Pradesh

प्रतीकात्मक फोटो

आज से करीब 117 साल पहले उत्तर प्रदेश के कानपुर में पहली बार बिजली आई थी। उत्तर प्रदेशवासियों को यह तोहफा साल 1906 में इंडियन इलेक्ट्रिक सप्लाई एण्ड ट्रैक्शन कंपनी ने दिया था। शुरुआत में कानपुर के गिरिजाघरों, गलियों और अंग्रेज के घरों में बिजली सप्लाई दी गई थी। कानपुर में बिजली आने के एक साल बाद 1907 में इंडियन इलेक्ट्रिक सप्लाई एण्ड ट्रैक्शन कंपनी ने शहर में ट्राम चलाई थी। साल 1905 में कानपोर म्युनिसिपलिटी ने ब्रिटिश सरकार के दौरान विदेशी कंपनी को 42 साल का ट्राम चलाने का लाइसेंस दिया था।

‘कानपुर का इतिहास’ पुस्तक में बिजली आने का जिक्र
एक साल बाद दी इंडियन कानपुर इलेक्ट्रिक सप्लाई एण्ड ट्रैक्शन कंपनी ने दस्तक दिया। इसी इंडियन कंपनी ने पूरे शहर में स्ट्रीट लाइट भी लगाई। उस समय पूरे शहरवासियों के लिए स्ट्रीट लाइट अजूबा थी, जिसे देखने लोग दूर दूर से आते थे। ‘कानपुर का इतिहास’ पुस्तक में 25 दिसम्बर 1906 में पहली बार कानपुर में बिजली आने का जिक्र किया गया है।

घोड़े पर सवार होकर निकलते थे जेई
आपको बता दें की शुरुआत में बिजली आपूर्ति ठप होने पर जेई की पैनी नजर होती थी। आपूर्ति बाधित होने पर जेई खुद घोड़े पर सवार हो कर टीम के साथ समाधान के लिए निकल पड़ता था।

यह भी पढ़ें: जब एक साथ 25 हजार बिजलीकर्मियों की चली गई थी नौकरी, 23 साल पहले सरकार के खिलाफ किया था हड़ताल