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#World Homeopathy Day : यूपी के इन दो बड़े शहरों में जल्द खुलेंगे होम्योपैथिक कॉलेज

राष्ट्रीय आयुष मिशन से प्रदेश में आयुष पद्घतियों के विकास का मार्ग प्रशस्त होगा। अलीगढ़ और गोरखपुर में खुलने वाले मेडिकल कॉलेज भी शीघ्र शुरू कर दिए जाएंगे।

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Rohit Singh

Apr 10, 2016

HONEYMAN

HONEYMAN

लखनऊ.
उत्तर प्रदेश के होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेजों को केंद्रीय होम्योपैथिक परिषद के मानकों के अनुसार पूरा किया जा रहा है। वहीं, जिन कॉलेजों में जो कमियां रह गई हैं, उन्हें शीघ्र दूर कर लिया जाएगा। राष्ट्रीय आयुष मिशन से प्रदेश में आयुष पद्धतियों के विकास का मार्ग प्रशस्त होगा। अलीगढ़ और गोरखपुर में खुलने वाले मेडिकल कॉलेज भी शीघ्र शुरू कर दिए जाएंगे।


यह बातें निदेशक होम्योपैथी डॉ. विक्रमा प्रसाद ने कही। वह रविवार को रिसर्च सोसायटी ऑफ होम्योपैथी की ओर से इंस्टिट्यूट ऑफ फाइनेंशियल मैनेजमेंट एवं रिसर्च प्रेक्षागृह में विश्व होम्योपैथी दिवस पर आयोजित राष्ट्रीय होम्योपैथी संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे।


इस दौरान पूर्व निदेशक होम्योपैथी प्रो. बीएम सिंह ने कहा कि होम्योपैथी चिकित्सकों को और अधिक मेहनत और लगन के साथ इसके लाभ को जनमानस तक पहुंचाना चाहिए। रिसर्च सोसायटी के अध्यक्ष डॉ. सीपी सिंह ने कहा कि चिकित्सकों को डॉ. हनीमैन के सिद्घांतों पर कार्य करना चाहिए। वहीं केंद्रीय होम्योपैथिक परिषद के वरिष्ठ सदस्य डॉ. अनुरूद्ध वर्मा ने कहा कि आज डॉ. हनीमैन की जयंती पूरी दुनिया में विश्व होम्योपैथिक दिवस के रूप में मनाया जा रहा है।


केंद्र सरकार आयुष पद्धतियों को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय आयुष नीति 2०16 बना रही है। उन्होंने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी यह स्वीकार किया है कि बिना आयुष पद्घतियों के सबको स्वास्थ्य का संकल्प पूरा नहीं किया जा सकता। केंद्र सरकार ने डबल्यूएचओ से आयुष पद्धतियों को विश्व स्तर पर बढ़ावा देने के लिए अनुबंध किया है। उन्होंने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में आयुष चिकित्सकों को एलोपैथी की बराबर सुविधाएं देने की वकालत की।


होम्योपैथी भारत में दूसरे नंबर पर अपनाई जाने वाली पद्धति है। वहीं नेत्र विशेषज्ञ डॉ. उत्सम गोयल ने कहा कि आंख के गंभीर रोगों में होम्योपैथी बहुत ही कारगर है। वैज्ञानिक सत्र में दिल्ली के डॉ. पंकज अग्रवाल ने पित्त की थैली की पथरी एवं गैंग्रीन के उपचार में होम्योपैथी की भूमिका इंदौर के डॉ. एसएल परख ने लाइसीन होम्योपैथिक औषधि के प्रयोग एवं लखनऊ के डॉ. गौरीशंकर ने अपने विचार रखे। इसके अलावा हनीमैन एजुकेशनल एवं डवलपमेंट सोसायटी की ओर से चिकित्सकों एवं छात्रों ने गोमती नगर स्थित डॉ. हनीमैन की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इस अवसर पर सोसायटी के सचिव डॉ. आशीष वर्मा, डॉ. एएस खान, डॉ. राकेश श्रीवास्तव, डॉ. अविनाश श्रीवास्तव, डॉ. पन्नालाल समेत चिकित्सक एवं छात्र-छात्राएं मौजूद रहीं।

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