
खुद को दें सिर्फ पांच मिनट, थायरॉइड और खर्राटे की समस्या होगी दूर
लखनऊ. अस्त व्यस्त जीवनशैली और गलत खानपान के कारण अधिकतर लोग बीमारी की चपेट में आ रहे हैं। हर व्यक्ति को किसी न किसी बिमारी की वजह से कुछ न कुछ झेलना पड़ता है। हर व्यक्ति चाहता है कि उसे कम से कम ही डॉक्टर के चक्कर काटने पड़ें। ऐसे में किसी लंबी बीमारी से निजात पाने के लिए अपनी जीवनशैली को सुधारने की जरूरत तो है ही, इसके साथ ही अस्पताल के चक्कर न काटना पड़े इसके लिए हेल्दी लाइफस्टाइल को फॉलो करना भी आवश्यक है। कुछ योगासन करने से खर्राटे और थायरॉइड (Thyroid) जैसी समस्या पर काबू पाया जा सकता है। जिन लोगों को खर्राटे और थायरॉइड की समस्या है, उनके लिए हम बाबा रामदेव (Baba Ramdev) का एक ऐसा योग बताने जा रहे हैं, जिसको नियमित करने पर खुद असर दिखने लगेगा।
करें उज्जायी प्राणायाम
पहला तरीका है सुखासन। इसमें मुंह को बंद कर नाक के दोनों छेद से तबतक सांस को अंदर खींचे, जबतक फेफड़े हवा से पूरी तरह बर न जाएं। फिर कुछ देर सांस अंदर तक रोक कर रखें। इसके बाद नाक के दूसरे छिद्र से धीरे-धीरे सांस बाहर निकालें। यह योगासन एक से दो मिनट तक कर सकते हैं। वायु को अंदर खींचते व बाहर छोड़ते वक्त गले से खर्राटे की आवाज निकली चाहिए। इस तरह इस क्रिया का पहले 5 बार अभ्यास करें और धीरे-धीरे अभ्यास की संख्या बढ़ाते हुए 20 बार तक ले जाएं।
दूसरा तरीका है कि गले को सिकोड़ कर सांस इस प्रकार लें व छोड़ें की इस क्रिया की आवाज आए। पांच से दस बार सांस इसी प्रकार लें और छोड़ें। फिर इसी प्रकार से सांस अंदर भरकर गले को सिकोड़ना शिथिल करें और फिर धीरे-धीरे सांस छोड़ दें।
उज्जायी प्राणायाम के फायदे
उज्जायी प्राणायम थायरॉइड रोगियों के लिए काफी फायदेमंद है। इसे करने से गर्दन में मौजूद पैराथाइरॉइड भी दूरुस्त रहता है। यह प्राणायाम मस्तिष्क से गर्मी दूर कर आराम पहुंचाता है। इसके नियमित अभ्यास से पाचन शक्ति बढ़ती है। यह गले से बलगम को हटाता है और फेफड़े की बीमारियों को भी दूर करता है। उज्जायी प्राणायम करने से हृदय रोगियों को भी अच्छा परिणाम मिलेगा। इसे करने से खर्राटों की समस्या भी दूर हो जाती है।
Published on:
26 Aug 2019 12:36 pm
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