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प्रारंभिक जांच में पता चला है कि उक्त महिला नर्स की नौकरी करते हुए अपने साथ कई अन्य महिलाओं को जोडऩे का काम कर रही थी जबकि उसका साथी गुरदासपुर से गिरफ्तार किया गया है। आरोपी पुरूष दुबई में बतौर ड्राइवर काम कर चुका है। इन दिनों पंजाब आया हुआ था।
गिरफ्तार की गई महिला की शिनाख्त सुरिंदर कौर के रूप में हुई है। आरोपी महिला फरीदकोट की रहने वाली है जो लुधियाना के एक निजी अस्पताल में बतौर नर्स काम करती थी। सुरिंदर कौर के साथी की पहचान लखबीर सिंह के रूप में हुई है जो होशियारपुर का रहने वाला है और दुबई में बतौर ड्राइवर काम कर चुका है। दोनों वाट्सअप कॉल के जरिए एक-दूसरे से जुड़े हुए थे। पूछताछ में पता चला है कि उनको जल्द ही पाकिस्तानी एजेंसी आईएसआई की मदद मिलने वाली थी। आईएसआई और विदेशों में बैठे खालिस्तानी आतंकियों द्वारा एक हैंड ग्रेनेड की खेप पंजाब में भेजी जानी थी। इस खेप को इन्हें पंजाब में एक्टिव खालिस्तानी आतंकियों और उनके स्लीपर सेलों को डिलीवर करना था। इन दोनों को विदेशों में बैठे खालिस्तानी आतंकियों द्वारा लगातार फंडिंग की जा रही थी।
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नर्सिंग के काम की आड़ में आतंकी गतिविधि
सुरेंद्र कौर की उम्र 33 वर्ष है वो अविवाहित है. वह मूल रूप से पंजाब के फरीदकोट की रहने वाली है। वह लुधियाना में नर्स का काम कर रही थी। लेकिन नर्सिंग के काम की आड़ में वो खालिस्तानी गतिविधियों में लिप्त थी। जबकि 23 साल का लखबीर सिंह होशियारपुर का रहने वाला है और दुबई में ड्राइवर की नौकरी कर रहा था। लखबीर पिछले महीने ही दुबई से होशियारपुर अपने घर आया था। इन दोनों की कॉल डिटेल और बैंक अकाउंट से पुलिस ने ट्रेस किया कि ये दोनों खालिस्तानी समर्थक आतंकी गतिविधियों में शामिल थे।