CG Hostel News: महासमुंद जिले में मेडिकल कॉलेज के पुराने हॉस्टल फुल हो चुके हैं। नए बैच में आने वाले 125 विद्यार्थियों के लिए अब फिर से भवन की तलाश शुरू हो गई है।
CG Hostel News: छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले में मेडिकल कॉलेज के पुराने हॉस्टल फुल हो चुके हैं। नए बैच में आने वाले 125 विद्यार्थियों के लिए अब फिर से भवन की तलाश शुरू हो गई है। कॉलेज का खुद का हॉस्टल दिसंबर में बनकर तैयार होगा। वर्तमान में लाइवलीहुड कॉलेज और पॉलिटेक्निक संस्था के हॉस्टल में मेडिकल के छात्र रह रहे हैं। यहां सीटें फुल हो चुकी हैं। मेडिकल कॉलेज प्रबंधन को जून-जुलाई तक हॉस्टल मिलने की उमीद थी। लेकिन, सुविधाएं उपलब्ध कराने में देरी हो सकती है।
छात्रों को रहने के लिए अपनी-अपनी व्यवस्था देखनी पड़ेगी। इससे नए छात्रों को दिक्कत हो सकती है। पिछले साल भी यही स्थिति देखने को मिली थी। शहर के कई भवनों का अवलोकन किया गया था। इधर, मेडिकल कॉलेज में चौथे सत्र के लिए मान्यता की तलवार लटक रही है। अभी तक एनएमसी की टीम निरीक्षण के लिए नहीं आई है। मेडिकल कॉलेज द्वारा मान्यता से जुड़े दस्तावेजों को अपलोड कर दिया गया है।
मान्यता मिलने के बाद भी चौथे सत्र के छात्र महासमुंद आएंगे। महासमुंद मेडिकल कॉलेज के प्रोफेसर डॉ. अलख राम वर्मा ने बताया कि नया हॉस्टल दिसंबर महीने तक पूर्ण होगा। वर्तमान में सत्र में आने वाले नए छात्रों के रहने के लिए व्यवस्था की जाएगी। इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं। वहीं अगले सत्र की मान्यता को लेकर अभी टीम नहीं आई है। इस महीने या अगले महीने निरीक्षण के लिए आ सकता है।
मेडिकल कॉलेज में वर्तमान में लगभग 375 छात्र अध्यय कर रहे हैं। 125 नए छात्रों के आने के बाद छात्रों की संया में वृद्धि होगी। ऐसे में छात्रों को अपनी सुविधा के अनुसार भी रहना पड़ सकता है। छात्रों को किराया देना पड़ सकता है। इसके अलावा छात्रों को आने-जाने का खर्च भी बढ़ जाएगा।
मेडिकल कॉलेज प्रबंधन भी शहर में हॉस्टल खोज रहा है। हालांकि, शहर के ज्यादातर शासकीय भवन अधिग्रहित किए जा चुके हैं। पिछले साल भी प्रबंधन द्वारा शहर के कई भवनों का अवलोकन हॉस्टल के लिए किया गया था, लेकिन उन भवनों पर बात नहीं बन पाई थी।
मेडिकल कॉलेज के अकादमिक भवन के साथ ही हॉस्टल भवन का निर्माण कार्य दिसंबर महीने तक पूर्ण करने के निर्देश दिए हैं। निर्माण पूर्ण नहीं होने पर जुर्माना लगाने की बात भी कहीं गई है। मेडिकल कॉलेज का अकादमिक भवन आकार ले चुका है, अब इंटीरियर का ही कार्य शेष रह गया है।