परिजनों ने विष्णु बंजारे के खिलाफ तुमगांव थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई। पुलिस मामले की छानबीन करने लगी लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लगा। लगभग एक साल बाद 29 अप्रैल 2019 को पुलिस ने पीड़िता को बरामद कर लिया और उससे पूछताछ की।
पूछताछ में पीड़िता ने पुलिस को बताया कि विष्णु बंजारे जबरदस्ती गाड़ी में बिठाकर अपनी दीदी के घर ले गया। वहां उसने उसे पानी पीने को दिया जिसे पीने के बाद वो बेहोश हो गयी। जब उसे होश आया तो उसने खुद को भोपाल रेलवे स्टेशन पर पाया। जब उसने इसका विरोध करने की कोशिश की तो उसने चाक़ू मारने की धमकी देकर उसे चुप करा दिया।
वह उसे अपनी भांजी के घर ले गया। जहाँ उसने लगभग एक साल तक उसके साथ दुष्कर्म किया। पीड़िता के बयान के बाद पुलिस ने आरोपी विष्णु बंजारे को जेल भेज दिया। अपराध सिद्ध होने के बाद न्यायालय ने उसे 20 साल सश्रम कैद और दो हजार रुपये के अर्थदंड की सजा सुनाई है।